Apr 11, 2020
नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय ने फिर स्पष्ट किया कि कोरोना वायरस देश में अब तक सामुदायिक प्रसार के स्तर पर नहीं पहुंचा है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि, जागरूक व सतर्क रहने की जरूरत है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी मान लिया कि भारत में अभी सामुदायिक संक्रमण का कोई केस नहीं है। दरअसल, संगठन ने हाल में कहा था कि भारत में महामारी का तीसरा चरण शुरू हो चुका है। इस बीच, देश में मरीजों की संख्या 6,761 हो गई, वहीं 206 ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बीते 24 घंटे में संक्रमितों के 896 नए मामले सामने आए और 37 लोगों ने जान गंवा दी, यह अब तक का सबसे अधिक संख्या है। वहीं, 515 लोग ठीक हो चुके हैं। संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अध्ययन में 5,911 गंभीर सांस रोगियों में 104 संक्रमित मिले हैं। इनमें से 40 मरीजों में संक्रमण कहां से आया, इसकी जानकारी नहीं मिली है। विशेषज्ञ इसी अध्ययन को सामुदायिक फैलाव से जोड़कर देख रहे हैं।
स्टॉक में 3.28 करोड़ गोलियां…
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन गोलियों की घरेलू जरूरत एक करोड़ है, जबकि हमारे पास 3.28 करोड़ गोलियां हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता दम्मू रवि ने बताया कि इस दवा को लेकर कई अनुरोध आए थे। ऐसे में घरेलू जरूरतों के बाद निर्यात का निर्णय हुआ। उन्होंने यह भी बताया, 20,473 विदेशी नागरिकों को स्वदेश भेजा जा चुका है। ओडिशा के बाद पंजाब व उत्तराखंड ने लॉकडाउन बढ़ा दिया है। पंजाब में1 मई तक, तो उत्तराखंड में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा। राजस्थान सरकार ने भी फैसला कर लिया, पर घोषणा शनिवार को करेंगे। पंजाब के 17 जिले वायरस की चपेट में हैं। सबसे ज्यादा मोहाली प्रभावित है, यहां डेरा बस्सी के जवाहरपुर गांव में ही 32 मरीज हैं।