Sep 2, 2024
सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद कांग्रेस ने एक और आरोप लगाया है. जिस पर केंद्र सरकार से जवाब देने की भी मांग की है. कांग्रेस पार्टी के मीडिया और पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर माधबी पुरी बुच पर एक साथ तीन जगहों से सैलरी लेने का आरोप लगाया.
पवन खेड़ा ने कहा है कि इस देश में शतरंज का खेल खेला जा रहा है. हम निर्णायक रूप से यह निर्धारित नहीं कर पाए हैं कि खिलाड़ी कौन है. लेकिन प्यादे अलग-अलग हैं. जिनमें से एक है मोहरु माधबी पुरी बुच.
पवन खेड़ा ने आगे कहा कि माधबी पुरी बुच सेबी के सदस्य थे. फिर उन्हें 2 मार्च, 2022 को अध्यक्ष बनाया गया. हालाँकि, 2017 से 2024 तक माधबी पुरी बुच को ICICI बैंक से नियमित आय प्राप्त हो रही थी. इसके अलावा, ईएसओपी पर लागू टीडीएस का भुगतान भी बैंक द्वारा किया जा रहा था. जो वास्तव में नियम का उल्लंघन है. बाद में 2019-20 के दौरान आईसीआईसीआई बैंक से मिलने वाला वेतन लगातार बढ़ता जाता है.
वेतन रु. 16.8 करोड़ से ज्यादा का रेवेन्यू
पवन खेड़ा के मुताबिक, शेयर बाजार नियामक सेबी के अध्यक्ष होने के बावजूद, माधब को आईसीआईसीआई बैंक से कुल रुपये मिले. नियमित आय 16.8 करोड़. साथ ही आईसीआईसीआई ने प्रूडेंशियल और सेबी से भी सैलरी लेने का दावा किया है.
खेड़ा ने पीएम मोदी से पूछा सवाल
सेबी प्रमुख का चयन करते समय क्या मानदंड होते हैं?
क्या ये तथ्य नियुक्ति के समय एसीसी को बताए गए थे या नहीं? और अगर नहीं आये तो सरकार कैसे चलायेंगे?
क्या प्रधानमंत्री को पता था कि सेबी चेयरमैन भी आईसीआईसीआई से वेतन लेते हैं?
क्या पीएम को पता है कि आईसीआईसीआई के कई मामलों पर सेबी चेयरपर्सन फैसले ले रहे हैं?
सेबी चेयरपर्सन के बारे में कई तथ्य हैं, फिर भी उन्हें कौन बचा रहा है?
शतरंज का खिलाड़ी कौन है?
पवन खेड़ा ने आगे कहा कि आईसीआईसीआई के कई मामले सेबी के हाथ में हैं. और सेबी भी इस पर फैसला ले रही है. तो कौन है ये शतरंज का खिलाड़ी और इसे इस बात का डर नहीं है कि एक दिन सच सामने आ जाएगा. ये आपका नया भारत है तो कांग्रेस भी नई है. वह समझाती रहेगी.