Apr 13, 2020
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने अंतरिक्ष में मानव की उड़ान को सफल बनाये जाने की याद में मनाये जाने वाले ‘इंटरनेशनल डे ऑफ ह्यूमन स्पेस फ्लाइट’ की शुभकामनायें देते हुये अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धियों को उल्लेखनीय बताया। नायडू ने रविवार को ट्वीट कर कहा, ‘‘इंटरनेशनल डे ऑफ ह्यूमन स्पेस फ्लाइट के अवसर पर अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थाओं, वैज्ञानिकों तथा यूरी गागरिन जैसे अंतरिक्ष यात्रियों का अभिनन्दन करता हूं जिनके प्रयासों से अंतरिक्ष और खगोल शास्त्र के क्षेत्र में हमारे ज्ञान में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।’’ गौरतलब है कि 12 अप्रैल 1961 को तत्कालीन सोवियत संघ के अंतरिक्ष विज्ञानी यूरी गागरिन की अगुवाई में पहले अंतरिक्ष यान ने उड़ान भरी थी।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस उपलब्धि को यादगार बनाने के लिये सात अप्रैल 2011 को हर साल 12 अप्रैल को ‘इंटरनेशनल डे ऑफ ह्यूमन स्पेस फ्लाइट’ के रूप में मनाने की घोषणा की थी। नायडू ने अंतरिक्ष विज्ञान के महत्व को इंगित करते हुये कहा, ‘‘आज हम अंतरिक्ष अनुसंधान के नए युग में प्रवेश कर सके हैं जिससे विज्ञान के अन्य क्षेत्रों जैसे मौसम विज्ञान, भू विज्ञान, संचार के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सहायता प्राप्त हो रही है। अंतरिक्ष पर सम्पूर्ण मानवता का साझा अधिकार है और यह हमारा साझा दायित्व है कि हम अंतरिक्ष का उपयोग मानवता के कल्याण के लिए ही करें।’’ उन्होंने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धियों का जिक्र करते हुये कहा, ‘‘इस महत्वपूर्ण अवसर पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों का उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए अभिनन्दन करता हूं और भावी परियोजनाओं में आपकी सफलता की कामना करता हूं।