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देश में कानून को लेकर डर क्यों नहीं , रेप की घटनाओंं से देश लगातार शर्मसार

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Aug 29, 2024

 भारत , एक ऐसा देश जहां पर हर घर में ही देवी की कोई ना कोई तस्वीर दिख ही जायेगी और हर पूजा घर में देवी विराजित रहेंगी. नवरात्री का तो पूरा त्योहार ही माताओं को समर्पित है. जय माता दी के जयकारों से देश के कान भी गूंजते रहते है. ऐसे में अगर आपको पता चले की  National Crime Record Bureau के डेटा के अनुसार अपनी संस्कृती और धार्मिक भावनाओं के लिए पूरी दुनिया में पहचान रखने वाले देश में साल 2022 में 32,000 रेप केस रिपोर्ट हुए है और हर दिन 90 रेप केस भारत में होते है तो कैसा लगेगा?  हाँ , कुछ केस ऐसे होते है जिनकी आवाज़ देश बन जाता है तो वो केस भी खबर बन जाते है. लेकिन ,अगर इस डेटा पर यकीन करे तो क्या ये सभी केस खबर बन पाये ?

इसमें ज्यादा सोचने की जरुरत नहीं पड़नी चाहिए क्योंकि जवाब ना है. सब केस खबर नहीं बन पाये. बात साल 2012 की है जब दिल्ली की घटना से देश को महसूस हुआ था की देश की बेटियां सेफ नहीं है. 2012 में जो राजधानी ने महसूस किया था उससे तो भारत मां की आखों में भी आंसू आ गये होंगे. वो बात अलग है की आज तक ये आंसू कभी रुके ही नहीं. साल 2012 की दिल्ली वाली बलात्कार की घटना के बाद भी देश में हर साल रेप के केस 30,000 के ज्यादा बने रहे. ये तो वो केस है जिन्हे रिपोर्ट किया गया था. अब सोचने में तो आता ही है की कितने ही ऐसे केस होंगे जिन्हे रिपोर्ट नहीं किया जाता होगा.

National Crime Record Bureau के डेटा की माने तो 18 से लेकर 30 साल तक की उम्र में सबसे ज्यादा बलात्कार की घटना से लड़कियां पीड़ीत हुई है. यहीं डेटा यह भी बताता है की बलात्कार के मामलों की संख्या में सजा दर सिर्फ 2.56% है तो वहीं बलात्कार के प्रयास से संबंधित मामलों में अदालत में सजा की दर सिर्फ 0.92% है.  

कोलकाता में हुई रेप-हत्या की घटना से देश बेहद नाराज़

कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर से रेप और फिर हत्या का मामला जब देश के सामने आया तो देश को शर्म के साथ गुस्सा भी आया. यह घटना भी एक खबर बन गई. बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन हुए. सरकार औऱ प्रशासन को भी समझ आ गया की ये मामला अब देश से जुड़ गया है. अब भी लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. कोलकाता में हुई इस घटना की जांच को CBI को दे दिया गया है.  

रेप को लेकर इन तथ्यों को जान लिजिए , आपको भी बुरा लगेगा

रेप के मामलों में अक्सर यह देखा जाता है की 90% से ज्यादा आरोपी महिला को जानने वाला होता है. रेप के मामलों में 100 में से कुछ 27 आरोपियों को ही सज़ा हो पाती है , बाकी बरी हो जाते है.

ये आंकड़े बताते है की देश में रेप को लेकर कानून तो सख्त है. लेकिन , फिर भी कानून का डर नही है. देश में रेप को लेकर यह कानून है की अगर रेप के बाद पीड़िता की मौत हो जाये तो दोषी को फांसी की सजा भी दी जा सकती है. लेकिन , ज्यादातर दोषी बरी हो जाते है. रेप को लेकर देश में फांसी तक की सज़ा है लेकिन 24 साल के अंदर सिर्फ 5 ही ऐसे दोषी थे जिन्हे रेप को लेकर फांसी की सज़ा दी गई थी. 2004 में धनंजय नाम के व्यक्ति को 1990 के बलात्कार के मामले में फांसी हुई थी तो वहीं मार्च 2020 में निर्भया केस के चार दोषीयों को भी फांसी की सज़ा दी गई थी.

Report By:
Devashish Upadhyay.