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रायपुरः लगभग डेढ़ सौ वर्ष बाद 26 दिसंबर को सूर्य ग्रहण पर षष्ठी ग्रही योग बन रहा

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Dec 24, 2019

25 दिसंबर की रात 8 बजकर 14 मिनट से सूतक लगेगा, बृहस्पति और नक्षत्र स्वामी केतु स्वयं सूर्य के साथ ग्रसित हो रहे हैं। जानकारों की माने तो लगभग डेढ़ सौ वर्ष बाद 26 दिसंबर को सूर्य ग्रहण पर षष्ठी ग्रही योग बन रहा है। दिन गुरुवार पक्ष अमावस्या नक्षत्र मूल नक्षत्र स्वामी केतु और वृद्धि योग में धनु राशि में सूर्यग्रहण होंगे। इसके साथ ही धनु राशि में षष्टि ग्रही योग बन रहा है जो अपने आप में दुर्लभ है। धनु राशि में सूर्य के साथ चंद्रमा, बुध, गुरु, केतु और शनि ग्रसित होगा। इस ग्रहण में विशेष यह है कि राशि स्वामी बृहस्पति और नक्षत्र स्वामी केतु स्वयं सूर्य के साथ ग्रसित होंगे। ग्रहण से कंकण सूर्य ग्रहण जो केतु के नक्षत्र में लगेगा।

ज्योतिष की दुनिया में है अति महत्वपूर्ण सूर्य ग्रहण का विवरण

ग्रहण का स्पर्श प्रातः 8:14 बजे ग्रहण का मध्य प्रातः 9:36 बजे ग्रहण का मोक्ष प्रातः 11:15 बजे सूतक ग्रहण का सूतक काल 25 दिसंबर 2019 को रात्रि 8:14 से प्रारंभ हो जाएगा। ग्रहण से बचने के उपाय ग्रहण के समय आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें, गुरु मंत्र का जाप करें, गायत्री मंत्र का जाप करें और ग्रहण समाप्त होने के बाद गेहूं, लाल मिर्च, तांबे का पात्र, कुशा का आसन, रुद्राक्ष माला दान देने से अत्यंत शुभ फल की प्राप्ति होगी। ग्रहण पश्चात दान अवश्य देना चाहिए। संतों, बड़ों और गुरु का आशीर्वाद लेना चाहिए। ग्रहण काल में वृद्ध, नवजात शिशु जल, दवा, भोजन ना लेने के लिए बाध्य नहीं होते हैं, वह सेवन कर सकते हैं। ग्रहण काल में किसी भी प्रकार का लेनदेन, यात्रा, शुभ कार्य ना करें, देव पूजन ना करें, ग्रहण समय में सोने से बचे, ग्रहण काल में देव स्तुति मंत्र जाप करें।