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Ramayan Katha: माता सीता से पहले रावण ने किया था माता कौशल्या का हरण, आनंद रामायण में मिलता है उल्लेख

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Nov 14, 2025

Ramayan Katha: माता सीता से पहले रावण ने किया था माता कौशल्या का हरण, आनंद रामायण में मिलता है उल्लेख

 रामायण में रावण द्वारा माता सीता हरण का प्रसंग सबसे प्रसिद्ध है, लेकिन धार्मिक ग्रंथों में एक और चौंकाने वाली कथा मिलती है। कहा जाता है कि सीता हरण से कई वर्षों पहले रावण ने अयोध्या की महारानी और श्रीराम की माताकौशल्याका हरण किया था। यह कथा आनंद रामायण में वर्णित है। माना जाता है कि रावण ने अपनी मृत्यु को रोकने की चाह में कौशल्या जी को निशाना बनाया था।

 

 रावण को जाननी थी अपनी मृत्यु की भविष्यवाणी

त्रिलोक विजेता रावण में एक बार अपनी मृत्यु का रहस्य जानने की जिज्ञासा उत्पन्न हुई। वह ब्रह्मा जी के पास पहुंचा और उनसे अपनी मृत्यु के बारे में बताने की प्रार्थना की। ब्रह्मा जी ने स्पष्ट कहा कि मृत्यु अटल है और किसी को भी इससे मुक्ति नहीं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि रावण का अंत अयोध्या के राजा दशरथ और कौशल्या के पुत्र श्रीराम के हाथों होना तय है।

 

 कौशल्या और दशरथ का विवाह रोकने की योजना

 रावण अत्यंत बुद्धिमान और चतुर था। उसे लगा कि यदि दशरथ और कौशल्या का विवाह ही न हो, तो श्रीराम का जन्म भी नहीं होगा और उसके निधन का खतरा हमेशा के लिए टल जाएगा। इसी सोच के साथ रावण ने अयोध्या में होने वाले विवाह दिवस पर एक दुष्ट योजना बनाई और अवसर मिलते ही माता कौशल्या का हरण कर लिया।

 

कौशल्या को द्वीप में बंद कर रखा

कथाओं के अनुसार रावण ने कौशल्या जी को एक बड़े बक्से में बंद कर उन्हें एक सुनसान द्वीप पर छोड़ दिया। उसे विश्वास था कि इस तरह उसने अपने काल को मात दे दी है। रावण इस घटना के बाद निश्चिंत और सुखी महसूस करने लगा।

 

देवर्षि नारद ने बताया सच, राजा दशरथ ने की खोज

इधर देवर्षि नारद ने यह घटना राजा दशरथ को बताई। वे तुरंत उस द्वीप पर पहुंचे, जहां उन्हें कौशल्या मुर्छित अवस्था में बक्से के भीतर मिलीं। दशरथ उन्हें लेकर अयोध्या लौटे और विधि-विधान से विवाह संपन्न हुआ।

 

रावण की योजना असफल, भविष्य तय था

इसके बाद भगवान विष्णु ने श्रीराम के रूप में अवतार लिया और समय आने पर रावण का वध किया। इससे यह पाठ मिलता है कि नियति से बचने का प्रयास भी स्वयं काल को आमंत्रित कर देता है।

 

 

 

 

Disclaimer:( इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य जानकारियों पर आधारित है। स्वराज एक्सप्रेसइसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Report By:
Monika