Mar 4, 2019
महाशिवरात्रि भगवान शिव को प्रसन्न करने का सबसे उत्तम दिन है। इस दिन शिव को उनकी पसंदीदा चीजें अर्पित की जाती हैं और उन्हें प्रसन्न करने के अनेक उपाय किए जाते हैं। लेकिन आपको बता दें कि कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें शिव पूजा में शामिल नहीं करना चाहिए। आइए आपको बताते हैं उन पांच चीजों के बारे में जिन्हें भूलकर भी शिव पूजा में शामिल न करें।
तुलसी
पौराणिक कथाओं के अनुसार, जालंधर की पत्नी वृंदा एक पतिव्रता स्त्री थी और छल से शिव ने उसके पति जालंधर का वध किया, इसी वजह से वृंदा ने भगवान शिव को श्राप दिया कि उन पर तुलसी के पत्तियां नहीं चढ़ाई जाएंगी और इसी वजह से शिव पूजा में तुलसी की पत्तियों को काम में नहीं लिया जाता है।
नारियल पानी
शिव को नारियल पानी अर्पित नहीं करना चाहिए क्योंकि शिव पूजा में उन्हीं चीजों को काम में लिया जाता है जो निर्मल हो लेकिन नारियल कठोर होता है, इसी वजह से भगवान शिव को नारियल का पानी या नारियल अर्पित नहीं किया जाता है।
हल्दी
अगर आप शिवलिंग की पूजा कर रहे हैं तो उस पर हल्दी ना चढ़ाएं, हल्दी को महिलाओं के श्रृंगार की वस्तु माना जाता है और शिव महाकाल का रूप हैं, इसी वजह से उनकी पूजा में हल्दी को शामिल नहीं करना चाहिए। सभी प्राणियों पर नजर रखते हैं आकाश में बैठे पूषन देवता, जानिए क्यों आया शिवजी को उन पर क्रोध
कुमकुम
भगवान शिव को सिंदूर या कुमकुम अर्पित नहीं करना चाहिए क्योंकि इनका प्रयोग महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करती हैं और शिव संहारकर्ता हैं इसी वजह से उनकी पूजा में सिंदूर या कुमकुम का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
केतकी का फूल
भगवान शिव को केतकी का फूल अर्पित नहीं करना चाहिए। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु और ब्रह्माजी में श्रेष्ठता को लेकर विवाद हो गया और केतकी के फूल ने झूठी गवाही दी, जिसकी वजह से भगवान शिव ने केतकी के फूल को श्राप दिया कि शिव पूजा में कभी भी केतकी के फूलों का इस्तेमाल नहीं होगा और इसी कारण शिव पूजा में केतकी के फूल को काम में नहीं लिया जाता है।