Jan 8, 2019
सवर्ण जाति के लोगो को आर्थिक स्थिति के आधार पर 10 फीसद आरक्षण देने की केंद्र सरकार के ऐलान का बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने समर्थन किया है। पार्टी अध्यक्ष मायावती ने केंद्र के इस फैसले को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का राजनीतिक स्टंट करार देते हुए सवाल किया कि सरकार ने इस बारे में पहले फैसला क्यों नहीं लिया?
मायावती ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में कहा है कि हम सरकार के आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के आरक्षण देने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं, हम संसद में इस बिल का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा है कि, लोकसभा चुनाव से पूर्व लिया गया यह फैसला हमें साफ़ नीयत से लिया गया निर्णय नहीं लग रहा है। यह एक चुनावी स्टंट ज्यादा लग रहा है, राजनीतिक छलावा लग रहा है। अच्छा होता अगर भाजपा अपना कार्यकाल खत्म होने से बहुत पहले ये निर्णय ले लेती।
दरअसल सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार ने आर्थिक रूप से कमज़ोर सवर्णों के लिए सरकारी नौकरियों और शिक्षा के क्षेत्र में 10 फीसद आरक्षण के प्रस्ताव को अनुमति दे दी थी। सरकार का यह निर्णय ऐसे वक़्त में आया है जब लोकसभा चुनाव में 100 दिन से भी कम समय बाकि रहा है, ऐसे में सरकार के इस फैसले को राजनितिक स्टंट माना जा रहा है।