Oct 31, 2019
दिनेश कुमार द्विवेदी : कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ में भारतीय जनता पार्टी मंडल के चुनाव में उस में बवाल मच गया। जब मंडल के दावेदारों की संख्या 1 दर्जन से ऊपर पहुंच गई। हालात यहां तक बन गए कि कोई भी कार्यकर्ता यह मानने को तैयार नहीं था कि उसमें मंडल अध्यक्ष बनने की क्षमता नहीं है और यही वजह है कि 3 घंटे तक चले मैराथन बैठक के बाद भी मंडल अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो पाया।
निर्वाचन की प्रक्रिया
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के निर्देश सरस्वती शिशु मंदिर नया भवन मनेंद्रगढ़ में भाजपा मंडल अध्यक्ष के लिए निर्वाचन की प्रक्रिया तय होनी थी। इस दौरान प्रदेश के पूर्व मंत्री व भाजपा के कद्दावर नेता भैया लाल राजवाड़े, भाजपा जिलाध्यक्ष तीरथ गुप्ता ,पूर्व विधायक दीपक पटेल समेत भाजपा के कई दिग्गज अधिकारी मौके पर मौजूद थे।
अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी
इस दौरान लगभग एक दर्जन से अधिक दावेदारों ने मंडल अध्यक्ष के लिए अपनी दावेदारी पेश की। इन सभी के बीच चर्चा और मान मनोबल का दौर जारी रहा लेकिन कोई भी अपने को कमतर मानने को राजी नहीं हुआ। कई बार भाजपा के नेताओं ने अनुशासन का पाठ पढ़ाया लेकिन कोई भी कार्यकर्ता पीछे हटने को तैयार नहीं था। इस बीच कई बार हो हल्ला भी होने लगी और तू तू मैं तक बात पहुंच गई। लेकिन इसके बावजूद वहां मौजूद किसी पदाधिकारी को पार्टी के अनुसार संगठन की बातों का ध्यान रहा और ना कोई झुकने को तैयार था। अंततः भाजपा नगर मंडल का चुनाव नहीं हो सका और वहां मौजूद पदाधिकारियों ने चुनाव निरस्त कर दिया कि अब रायपुर संगठन के निर्देश पर भाजपा नगर मंडल का चुनाव होगा।
अनुशासन की पोल खुली
बहरहाल नगर पालिका चुनाव के ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी मंडल में इस उठापटक का लाभ किसे मिलेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। लेकिन इतना जरूर है कि अनुशासन को लेकर भाजपा के नेता अपनी बात कहने से पीछे नहीं हटते आज उसी अनुशासन की पोल खुलती नजर आई।