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छत्तीसगढ़ में फैली किसान आंदोलन की आग, NH- 6 को किया जाम

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Jun 16, 2017

रायपुर। किसान आंदोलन की आग मध्यप्रदेश के बाद अब छत्तीसगढ़ मेंं भी फैल चुकी है। शुक्रवार को किसानों ने सेरीखेड़ी गांव में सुबह से ही सैकड़ों की संख्या में इकट्ठे हुए और दोपहर डेढ़ बजे किसानों ने प्रदर्शन करते हुए NH- 6 को जाम कर दिया। ओवरब्रिज के दोनों तरफ से रोड को घेर लिया। आंदोलनकारियों में महिलाएं भी भारी संख्या में शामिल है। किसानों के समर्थन के लिए छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के मुखिया अजीत जोगी भी मौके पर पहुंचे हैं। पुलिस बल मौके पर मौजूद है।

गौरतलब है कि मप्र में हुए हिंसक आंदोलन के बाद छत्तीसगढ़ के किसानों ने राज्य के 22 जिलों में 30 से अधिक स्थानों पर चक्काजाम करने का फैसला लिया है। दुर्ग जिले के किसान दुर्ग शहर, कुम्हारी, धमधा, पाटन और छावनी चौक भिलाई में चक्काजाम कर रहे हैं। दूसरे जिलों में प्रमुख स्थानों को प्रदर्शन के लिए चुन लिया गया है। छत्तीसगढ़ किसान-मजदूर महासंघ समन्वयक मंडल सदस्य डॉ. संकेत ठाकुर ने बताया, आंदोलन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 

धमतरी मेंं टला प्रदर्शन

इधर धमतरी जिले के किसानों का प्रदर्शन धमतरी में नहीं करने का फैसला हुआ है। बताया जा रहा है कि पुलिस के गुहार के बाद किसान नेता प्रदर्शन को कुरुद में करने को तैयार हुए हैं। इसके पीछे पिछले आंदोलन में हुई आगजनी को माना जा रहा है। पुलिस प्रशासन का मानना है, कुछ व्यापारियों से अदावत के चलते वैसी हिंसा फिर से हो सकती है।

किसान नेता बोले, सरकार की दलाली न करे संघ

छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन ने भारतीय किसान संघ के उपाध्यक्ष प्रभाकर केलकर के बयान पर पलटवार किया है। संगठन के संयोजक राजकुमार गुप्त ने कहा, सब्सिडी छोडऩे की बात कहकर वे नरेंद्र मोदी सरकार के एजेंडे को मजबूत कर रहे हैं। गुप्त ने चेतावनी दी कि संघ सरकार की दलाली न करे। राजकुमार गुप्त ने केलकर के उस बयान की निंदा की है, जिसमें उन्होंने मृत किसानों के परिजनों के लिए घोषित एक करोड़ रुपए के मुआवजे को गलत बताया था। गुप्त ने कहा, केलकर किसान के सामने सैनिक को खड़ा करने की कोशिश न करें। शहीद सैनिक के परिवार को एक करोड़ देने से किसानों ने किसी को नहीं रोका है।