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मजदूर की मौत पर कमीशनखोरी

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Aug 26, 2017

रायपुर : तिल्दा के ग्राम पंचायत छपोरा में स्टिल स्ट्रक्चर फैक्ट्री में प्रबंधन की लापरवाही के चलते एक मजदूर को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। शुक्रवार की रात फैक्ट्री में काम के दौरान 4 मजदूर करंट की चपेट में आ गए, जिसमें 3 मजदूर घायल हुए और एक की मौत हो गई। फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा मामले को दबाने के लिये मजदूर के शव को छुपा दिया गया।

नेवरा थाना को देर रात मामले की सूचना दी गई और रात करीब 11 बजे पुलिस नें फैक्ट्री में दबिश दिया, तब तक फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा मजदूर का शव बिलासपुर तक भेजा जा चुका था। पुलिस के दबाव बनाने के बाद शव को बिलासपुर से वापस लाया गया और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी हैं। फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा अभी तक मृतक मजदूर के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही हैं। मजदूर यूनियन द्वारा फैक्ट्री के बाहर धरना देकर हड़ताल शुरू कर दिया गया हैं।

वहीं मामले में कमीशनखोरी का खेल भी शुरू हो गया हैं। भाजपा जिला ग्रामीण कोषाध्यक्ष अनिल अग्रवाल द्वारा मजदूर यूनियन अध्यक्ष सनत चतुर्वेदी को प्रलोभन देने की कोशिश की गई। भाजपा नेता के इस कृत्य के कारण हर तरफ भाजपा की किरकिरी हो रही हैं। गौरतलब हैं कि पहले भी अनिल अग्रवाल की रंगदारी के कई मामले सामने आ चुके हैं। मृतक मजदूर रविन्द्र महान पिता कृष्णा महान पं.बंगाल मालदा का रहने वाला था, जो कि रोजी-रोटी के चक्कर में यहां आया था।

शुक्रवार की रात रविन्द्र अन्य मजदूरों के साथ काम कर रहा था, उसी दौरान मशीन में करंट आने के कारण 4 मजदूर उसकी चपेट में आ गये, जिसमें रविन्द्र की मौके पर ही मौत हो गई। प्रबंधन द्वारा मृतक को तिल्दा के निजी अस्पताल भेजा गया, जहां उसे मृत होने के कारण भर्ती नहीं किया गया। जिसके बाद प्रबंधन द्वारा मामले को दबाने के लिये रातों-रात मृतक का शव उसके परिजनों के साथ बंगाल भेजने की कोशिश का गई, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के चलते बिलासपुर से शव को वापस लाया गया। गौरतलब हैं कि छपोरा में संचालित स्टील स्ट्रक्चर फैक्ट्री में मजदूरों को सुरक्षा व सुविधा नहीं दिये जाने की खबर स्वराज एक्सप्रेस नें प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी।