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यहां बनेगा कछुआ प्रेमियों के लिए टर्टल पार्क

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Aug 16, 2017

जांजगीर-चाम्पा : अकलतरा क्षेत्र के कोटमीसोनार गांव में स्थित प्रदेश के पहले क्रोकोडायल पार्क में पर्यटकों की लगातार भीड़ बढ़ रही हैं। वन विभाग के द्वारा क्रोकोडायल पार्क के परिसर का आकर्षक निर्माण किया गया हैं। अब टर्टल पार्क यानी कछुआ पार्क भी क्रोकोडायल पार्क के बाहरी क्षेत्र में बनाया जा रहा हैं। जिससे पर्यटकों को लुभाया जा सके।

कोटमीसोनार के क्रोकोडायल पार्क में छग के अलावा दूसरे राज्यों से भी पर्यटक आते हैं। मगरमच्छों को बहुत पास से देखना रोमांचकारी पल होता हैं। डीएफओ सतोविशा समाजदार के मुताबिक टर्टल पार्क को जल्द अनुमति लेकर शुरू किया जाएगा। प्रचार-प्रसार के लिए भी लगातार कोशिश की जा रही हैं, ताकि पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो सके। टर्टल पार्क बनाने के पीछे भी वन विभाग की यही मंशा हैं।

दरअसल कोटमीसोनार गांव में 2005 के दो हादसों के बाद ग्रामीणों की मांग पर शासन स्तर पर तय हुआ कि 120 एकड़ के मुड़ा तालाब में पार्क बनाया जाए और अनेक तालाबों में फैले मगरमच्छों को एक जगह शिफ्ट किया जाए। मुड़ा तालाब के 120 में से 80 एकड़ क्षेत्र में पानी हैं, जहां अभी 172 मगरमच्छ हैं। हर साल मगरमच्छों की संख्या में बढ़ोतरी भी हो रही हैं। इस तरह 2006 में काम शुरू हुआ और 2008 में छग का पहला क्रोकोडायल पार्क बनकर तैयार हो गया। इसके बाद काफी मशक्कत के बाद सभी मगरमच्छों को 120 एकड़ के मुड़ा तालाब में शिफ्ट किया गया था।