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सूचना मिलने के 5 से 10 मिनट में पहुंचे पुलिसः आईजी

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Jan 5, 2018

**बिलासपुर**। नवनियुक्त आईजी दीपांशु काबरा ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद जिले के पुलिस अफसरों के साथ ही थानेदारों की बैठक ली। आम जनता को बेहतर सुरक्षा मुहैया कराने के लिए उनसे चर्चा की। उनका कहना है, कि शहर में इतनी व्यवस्था होनी चाहिए कि सूचना मिलने के महज 5 से 10 मिनट में पुलिस मदद के लिए पहुंच जाए। इससे पुलिस के प्रति आम जनता में भरोसा बढ़ेगा और सूचना तंत्र भी मजबूत होगा। **पीसीआर वैन घूमेगी शहर के अलग-अलग इलाकों में...** इसी कड़ी में उन्होंने पुलिस की रिस्पांस टाइम कम करने के निर्देश दिए। इसके लिए पीसीआर वैन की व्यवस्था करने और पुलिस लाइन से वाहन के साथ ही बल उपलब्ध कराने की बात कही। आईजी के निर्देशन के बाद पीसीआर वैन शहर के अलग-अलग इलाकों में घूमती रहेगी और सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल मदद के लिए उपलब्ध रहेगी। आईजी दीपांशु काबरा ने बताया कि यह टीम थानों से अलग होकर काम करेगी। टीम पुलिस कंट्रोल रूम व पुलिस अफसरों के मार्गदर्शन में सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच जाएगी। इस बीच थाने की पेट्रोलिंग टीम कहीं दूसरी जगह पर व्यस्त है और थानों को पीसीआर वैन की मदद चाहिए तब उन्हें कंट्रोल रूम या फिर पुलिस अफसरों से अनुमति लेनी पड़ेगी। साथ ही रेंज स्तर पर एक अलग स्पेशल टीम का भी गठन किया जाएगा जिसमें कोरबा के भी उत्कृष्ट पुलिस अधिकारी शामिल होंगे जो संपत्ति व संज्ञेय अपराधों पर कार्य करेंगे, इसके अलावा थानों में अधिक से अधिक एफआईआर दर्ज होकर जांच की जाए, ये बात भी थानेदारों से कही है। **जिले में गठित होगी रक्षा टीम...** महिला सशक्तिकरण की दिशा में दुर्ग जिले में सक्रिय रक्षा टीम की तर्ज पर अब कोरबा जिले में रक्षा टीम का गठन होगा। दुर्ग जिले में रक्षा टीम के गठन के बाद महिला से जुड़े अपराधों में कमी को देखते हुए नवनियुक्त आईजी दिपांशु काबरा के निर्देश पर योजना का विस्तार करते हुए बिलासपुर रेंज कोरबा जिले में इसका गठन करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शुक्रवार को आईजी ने कोरबा के एसपी ऑफिस में बैठक कर एसपी डी श्रवण को टीम का गठन करने के निर्देश दिए है। यह टीम एडिशनल एसपी के नेतृत्व में कार्य करेगी। टीम में 8 सदस्य होंगे। सभी सदस्य महिला अनाचार से जुड़ी धाराओं संग रेडी टू रिएक्ट और सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग लेंगे। इसके लिए एक टोल फ्री नंबर व अन्य आवश्यक नंबर जारी किए जाएंगे जिसके बाद महिलाएं वाट्सअप व फोन के जरिए किसी भी समय छेड़छाड़ व दूसरी शिकायत कर सकेंगी जिसके बाद सिविल ड्रेस में पहुंच रक्षा टीम उनकी मदद कर सकेगी। **सोशल मीडिया पर जनता से जुड़े पुलिस...** पुलिस व जनता के बीच भय नहीं बल्कि भाईचारे का वातावरण होना चाहिए उन्होने कहा कि यह समय डिजिटल समय है युवाओं का एक बड़ा वर्ग सोशल मीड़िया से जुड़ा हुआ है इसलिए उन्होने जिले व थाने का अलग-अलग फेसबुक व सोशल मीड़िया पेज तैयार करने कहा है जिससे पुलिस जनता से सीधे जुड़ेगी व जनता के सुझावों को अमल में लाया जाएगा।