Loading...
अभी-अभी:

गरियाबंद में जिला प्रशासन की लापरवाही से एक दिव्यांग की मौत

image

Sep 27, 2018

पुरूषोत्तम पात्रा : गरियाबंद में स्थानीय प्रशासन लापरवाही करने के बाद अब उस पर पर्दा डालने में जुटा हुआ  है, प्रशासन की इस लापरवाही का खामियाजा जिले के एक परिवार को अपना चिराग खोकर भुगतना पड रहा है।

गरियाबंद में जिला प्रशासन की लापरवाही से एक दिव्यांग की मौत हो गयी, मगर प्रशासन अपनी गलती मानने की बजाय उसे छुपाने में जुटा है, दरअसल जिला प्रशासन द्वारा बीती 17 जुलाई को जिला अस्पताल में दिव्यांगो के प्रमाण पत्र बनाने के लिए एक शिविर आयोजित किया गया था, शिविर में दिव्यांग तो भारी संख्या में पहुंचे मगर प्रशासन दवारा उनके लिए मुकमल व्यवस्था नही की गयी, शिविर में अफरा तफरी का माहौल बना रहा, और इसी के चलते शिविर में पहुंचे कदलीमुडा निवासी चक्रधर पात्र के दिव्यांग बेटे गौकुल की सांस घुटने से मौके पर ही मौत हो गयी, प्रशासन इसे अपनी गलती मानने को तैयार नही है, परिजनों के लगातार विरोध के बाद प्रशासन अब उन्हे कुछ सहायता राशि उपलब्ध करवाकर अपनी गलती छुपाने की कौशिश कर रहा है।

परिजन इस मामले में शुरु से ही प्रशासन की लापरवाही बता रहे है, और घर के चिराग की मौत के मुआवजे की मांग कर रहे है, परिजनों के मुताबिक प्रशासन के द्वारा उनको जो मदद की गयी है उससे वे खुश नही है और यदि प्रशासन उन्हें मुआवजा नही देती तो वे प्रशासन द्वारा अबतक दी गयी मदद को भी लौटा देंगे, वही कांग्रेस भी इस मामले में शुरु से ही पीडित परिवार के साथ प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है, कांग्रेस एसडीएम घेराव से लेकर कलेक्ट्रेट तक इस मामले को उठा चुकी है, और दावा कर रही है कि उनके लगातार विरोध के कारण ही प्रशासन ने पीडित परिवार को सहायता राशि उपलब्ध करायी है, हालांकि कांग्रेस भी प्रशासन द्वारा पीडित परिवार को अबतक दी गयी सहायता राशि से खुश नही है और मुआवजे की मांग कर रही है।

मामले में जिला प्रशासन की गलती तो साफ नजर आ ही रही है, साथ ही जिला प्रशसान अपने अधिकारों के बल पर पीडित परिवार की आवाज को भी अनदेखी कर रहा है, ऐसे में कांग्रेस द्वारा लगातार मामले को उठाने के बाद भी पीडित परिवार को सही न्याय मिल पायेगा इसकी संभावना कम ही नजर आ रही है।