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अम्बिकापुरः डकैती की वारदात करने वाले 5 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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Jun 19, 2019

राम कुमार यादव- शहर से लगे दरिमा मोड और लुचकी घाट के नीचे सिलसिलेवार डकैती की वारदात करने वाले 5 आरोपियों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फिल्मी अंदाज में डकैती करने वाले आरोपी में चार आरोपी फिलहाल फरार बताए जा रहें हैं। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से हथियार और पुलिस की वर्दी भी बरामद की है। पूरे मामले का खुलासा एडिशनल एसपी ओम चंदेल और कोतवाली थाना प्रभारी विनीत दुबे ने किया। 

लुटेरों ने की 13 हजार नगद और चार मोबाइल की लूट

डकैती के इस बडे मामले का खुलासा करते हुए सरगुजा एडिशनल एसपी ओम चंदेल के मुताबिक बीते 7 जून को स्कार्पियो वाहन चालक जशपुर से अम्बिकापुर की बुकिंग लेकर आ रहा था। तभी शहर के दरिमा मोड के पास उसका वाहन खराब हो गया और वो सड़क किनारे वाहन लगाकर सो रहा था। तभी कुछ युवक वहां पहुंचे और उससे कट्टे की नोंक पर मारपीट कर 7 हजार और मोबाइल लूट कर आगे बढ़ गए।  जिसके बाद इन्हीं युवकों ने लुचकी घाट के नीचे सड़क पर पत्थर बिछाकर एक ट्रक को रूकवाया और ट्रक चालक से 6 हजार एक मोबाइल और उसके खलासी से 2 मोबाइल लूट कर फरार हो गए।  कुल मिलाकर आरोपी युवकों ने फिल्मी अंदाज में सिलसिलेवार 13 हजार नगद और चार मोबाइल की लूट कर ली। 

आरोपियों के पास से कट्टा और रिवाल्वर के साथ तीन पुलिस वर्दी भी बरामद की गईं

इधर 7 जून की रात इस घटना की सूचना कोतवाली पुलिस को मिलते ही पहले तो पुलिस ने पीडित पक्ष की शिकायत पर डकैती का अपराध पंजीबद्ध किया। जिसके बाद पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू की।  लिहाजा पुलिस ने एक-एक करके पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें डकैती की योजना बनाने वाला मुख्य आरोपी अंकित पिता मिश्री लाल, मोनू साहू पिता नरेश साहू, शहजाद पिता नसीर आलम, मनीष पिता दुलार राम, मौसम पिता भोला राम शामिल हैं।  फिलहाल मामले से जुडे 4 आरोपी फरार बताए जा रहें हैं। पकड़े गए पांच आरोपी में से आरोपी मौसम गहरवार ने झारखंड से कट्टा और रिवाल्वर मंगवाया था। जबकि तलाशी के दौरान मास्टर माइंड आरोपी अंकित के घर से तीन पुलिस वर्दी बरामद की है।  जिसमें बकायदा पुलिस का स्टार और छत्तीसगढ़ पुलिस का बैच लगा है। पुलिस को ये आशंका है कि आरोपी पुलिस वर्दी को अपने पास रखते थे और समय पड़ने पर उसका इस्तेमाल भी करते रहे होगें।

कहीं न कहीं पुलिस की लापरवाही भी रही

भले ही आरोपियों ने चंद मिनटो मे डकैती को दो वारदात करके महज 13 हजार और 4 मोबाइल की लूट की हो,  लेकिन सच तो ये है कि 7 जून को जब आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया था।  उस दौरान पुलिस गश्ती का वक्त होता है। ऐसे में अगर पुलिस गश्त कर रही होती, तो शायद ना ये वारदात होती और ना ही पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते।  बहरहाल फिल्मी अंदाज में डकैती का पर्दाफाश करने के बाद कोतलाली पुलिस के सामने फरार आरोपियों की गिरफ्तारी भी एक चुनौती है।