May 18, 2018
सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद प्रदेश में बाल मजूदरी थमने का नाम नही ले रही है जबकि आज भी देश के नौनिहाल बाल मजदूरी का दंश झेलने को मजबूर है ताजा मामला धमतरी जिले के कुकरेल गांव का है, जहां तेन्दूपत्ता फड़ में ही बच्चों से मजदूरी कराई जा रही है वहीं मामले के संज्ञान में आने के बाद जिम्मेदार अब कार्रवाई की बात कह रहे है।
दरअसल जिले में इन दिनों तेन्दूपत्ता तुड़ाई का कार्य जोरों पर है जहां संग्राहक तेन्दूपत्ता तोड़ने के बाद फड़ों में इसे जमा करते है लेकिन समय समय पर इन्ही फड़ों में ठेकेदारों की मनमानी सामने आती है ऐसी ही बानगी जिले के कुकरेल गांव में देखने को मिली, यहां फड़ में पैसे का लालच देकर तकरीबन 7 बच्चों से मजदूरी कराई जा रही है जिसे रोकने न तो प्रशासन के पास फुर्सत है और न ही जिम्मेदार विभाग को।
वैसे ग्रामीण अंचलों में बच्चों से मजदूरी करते देखा जाना आम बात है क्योंकि इसके पीछे गरीबी और पिछडे़पन सामने आती है यही वजह है कि परिजन अपने बच्चों को ऐसे कामों पर लगा देते है हालांकि बाल मजदूरी रोकने के लिए विभागीय अमला समय समय पर अभियान चलाकर मौन हो जाता है लेकिन उनके पास बाल मजदूरी के जायजा लेने की फुर्सत नही है जिसका फायदा उठाकर दलाल और ठेकेदार बच्चो को काम पर लगा देते है बहरहाल मीडिया के दखल के बाद अब विभागीय अफसर कार्रवाई की बात कह रहे है।