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कोरोना वायरस का बचाव होम्योपैथी से संभव - डॉ. उत्कर्ष त्रिवेदी

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Mar 6, 2020

रायपुरः राजधानी के पुरानी बस्ती से डॉ. उत्कर्ष त्रिवेदी ने बताया कि कोरोना वायरस का बचाव होम्योपैथी से संभव हो सकता है। होम्योपथी में रोग के कारण को दूर करके रोगी को ठीक किया जाता है। प्रत्येक रोगी की दवा उसकी शारीरिक और मानसिक अवस्था के अनुसार अलग-अलग होती है।

क्या है कोरोना वायरस?

कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकना वाला कोई टीका नहीं है।

क्या हैं इस बीमारी के लक्षण?

इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है। यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था। इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है।

क्या हैं इससे बचाव के उपाय?

कोरोना वायरस से बचने के लिए, हाथों को साबुन से धोना चाहिए। अल्‍कोहल आधारित हैंड रब का इस्‍तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छीकते समय नाक और मुंह को रूमाल या टिश्‍यू पेपर से ढककर रखें। जिन व्‍यक्तियों में कोल्‍ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें। अंडे और मांस के सेवन से बचें। जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।

होम्योपैथी उपचार

डॉ. त्रिवेदी ने बताया कि होम्योपैथी उपचार पूर्ण रूप से लक्षण पर आधारित होती है। किसी भी बीमारियों के लक्षणों को मिलान कर चुनी हुई होम्योपैथी दवाईयां देने से मरीज की उस बीमारी से लड़ने की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है, जिससे उसे तत्काल लाभ मिलता है। होम्योपैथी में रोग के नाम से कोई दवा नहीं होती है, रोगी के लक्षण के अनुसार चिकित्सकीय सलाह के बाद ये दवायें दे सकते हैं।