Feb 12, 2019
रोहित कश्यप- हमेशा से विवादों में रहे मुंगेली के जिला अस्पताल में उस वक्त मानवता शर्मसार हो गई जब अस्पताल के लापरवाह डॉक्टरों ने मृतक युवक के शव को मर्च्यूरी में रखने की बजाय कचरा फेंकने की जगह में रख दिया। जिसको लेकर परिजनों में काफी आक्रोश है। सोमवार को दोपहर के समय में सिटी कोतवाली इलाके नूनीयाकछार स्थित गुड़ फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारी युवक गोपाल प्रसाद श्रीवास ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। स्थानीय लोगों ने आनन फानन में गोपाल को फांसी के फंदे से उतारा और उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने जवाब देते हुए कहा कि उनकी मौत हो चुकी है। पुलिस केस होने की वजह से घटना की जानकारी अस्पताल की ओर से पुलिस को दी गई।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
उधर देर शाम होने की वजह से मृतक का पोस्टमार्टम नहीं हो सका है, जिसके चलते मृतक के शव को अस्पताल में रखा गया। लेकिन यहां अमानवीय डाक्टरों का चेहरा तब देखने को मिला जब अस्पताल के मर्च्यूरी में शव को रखने की बजाय कचरा रखने की जगह मृतक के शव को स्ट्रेचर पर रख दिया गया जबकि मर्च्यूरी में अन्य समान को रखा गया है। इसको लेकर परिजनों में काफी आक्रोश है।