Mar 4, 2024
जगदलपुर: सुकमा जिले के चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र के एलमागुड़ा गांव में पल्स पोलियो दवा की जगह पानी पीने का मामला सामने आया है. मामले से जुड़ी फोटो वायरल होने पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया, मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम भी गठित की गई और सीएचएमओ ने बताया कि फोटो को शरारती तत्वों ने गलत तरीके से एडिट किया है. यह वायरल हो गया है, जो पूरी तरह से फर्जी है और मामले की जांच रिपोर्ट आने के बाद असामाजिक तत्वों के खिलाफ थाने में मामला भी दर्ज किया जाएगा, लेकिन जब तक मामले की रिपोर्ट नहीं आती, तब तक बस्तर जिले के अंदर पोलियो. विभाग क्षेत्रों से उन्मूलन में अहम भूमिका निभा रहा है.
प्रदेश भर में 3 मार्च से राष्ट्रीय सघन पल्स पोलियो अभियान शुरू किया गया है. घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो खुराक पिलाई जाएगी। इस अभियान में सुकमा जिले के एल्मागुड़ा में लापरवाही का मामला सामने आया है, जहां ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने बच्चों को पोलियो की दवा की जगह पानी पिला दिया और इसकी फोटो भी वायरल हो गई.
इस संबंध में सीएचएमओ ने बताया कि एल्मागुड़ा गांव में 35 बच्चों को चिन्हित किया गया था, लेकिन उसके बाद भी पल्स पोलियो अभियान के तहत 40 बच्चों का इलाज किया गया, अभियान दोपहर 1 बजे के करीब पूरा हुआ, लेकिन यह फोटो 3 बजे के बाद की है. बच्चों को पोलियो की दवा की जगह पानी पिलाने की वायरल रिपोर्ट पूरी तरह से फर्जी है, इसकी जांच की जा रही है और असामाजिक तत्वों के खिलाफ थाने में मामला भी दर्ज किया जाएगा.
तीन सदस्यीय टीम का गठन
इस मामले में सीएचएमओ का कहना है कि सोमवार सुबह बीएमओ, सेक्टर डॉक्टर, सेक्टर सुपरवाइजर की टीम जांच के लिए भेजी गई है, जहां शाम तक मामले से संबंधित रिपोर्ट सौंपने के बाद जो भी रिपोर्ट आएगी उस पर टीम जांच करेगी।
कर्मचारियों का टूट रहा मनोबल
स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि इस तरह से वायरल हो रही फर्जी तस्वीरें कर्मचारियों के मनोबल को तोड़ रही हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग अंदरूनी इलाकों में काफी काम कर रहा है.