Sep 19, 2019
रमेश सिन्हा - महासमुन्द पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने कहा कि अब जिले के किसी भी पुलिस थाने में शिकायत कर्ता को निराश नहीं होने दिया जाएगा। कानून व्यवस्था एवं अपराध से सम्बंधित किसी भी समस्या का त्वरित निराकरण किया जाएगा। हम पुलिस को आम जनता के और करीब लाना चाहते हैं जिससे आम लोग अपनी बात पुलिस के समक्ष खुलकर रख सके। जन समस्या निवारण शिविर की तर्ज पर महासमुंद पुलिस द्वारा आयोजित निराकरण शिविर में पहुंचे महासमुंद जिला पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने स्थानीय पत्रकारों से खुलकर बात की। पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए श्री शुक्ल ने बताया कि जिले के सभी अनुविभाग मुख्यालयों के थानों में निवारण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों का मकसद पुलिस एवं आम जनता आपस में और नजदीक आये। इस प्रयास से आम लोगों में पुलिस का भय खत्म होगा और वे अपनी बात पुलिस के समक्ष रख सकते हैं। चूंकि अपनी शिकायतों या अन्य कार्यो से आम लोग जिला मुख्यालय आकर उनसे मिल नहीं पाते है। इसलिए वे स्वयं आम लोगों की समस्या जाकर उसके समाधान हेतु प्रतिमाह शिविर के माध्यम से उपस्थित रहेंगे। शिकायतों को समय सीमा में निपटना उनका मुख्य उद्देश्य होगा।
पब्लिक के साथ फेंडली होगी पुलिस
अपने जिले के पुलिस महकमे के बारे में उन्होंने कहा कि जिले के सभी पुलिस अफसरों एवं जवानों को थाना पहुंचने वाले प्रार्थियों से फ्रेंडली व्यवहार की नसीहत दी गयी है। इसके बावजूद कोई शिकायत आयी तो जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी। श्री शुक्ला ने क्षेत्रवासियों से अपील की है कि वे अपने घर परिवार हो या परिचित दोस्त सभी को समझाये कि जहां तक सम्भव हो वे कानून का पालन करे। एक सामान्य व्यक्ति भी कोई गलत काम होता देख रहा है तो वह इसकी जानकारी पुलिस को दे सकता है। इस पर तत्काल कार्यवाही भी की जाएगी। शिकायत करता को कभी भी परेशान नहीं किया जाएगा।
पलायन करने वाले मजदूरों से ज्यादती बर्दास्त नहीं, कैरियर गाइडेंस भी करते है कप्तान
शुक्ल ने पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मजदूर जहां चाहे नियमानुसार काम करने जा सकता है। परंतु मजदूर से काम करवा कर उसे मजदूरी नहीं देने या उसे प्रताड़ित करने की शिकायत पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि जब वे बस्तर में पदस्थ थे तब उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के टिप्पस सहित बच्चों के कैरियर गाइडेंस का काम भी करते थे। क्या ये सिलसिला यहां भी जारी रहेगा। इस पर श्री शुक्ल ने बताया कि उन्होंने बस्तर क्षेत्र में मार्ग से भटकते युवाओं को रास्ते पर लाने के लिए कैरियर गाइडेंस का कार्य किया था जिसका अच्छा परिणाम भी मिला। अब महासमुंद जिले में भी यहां के बच्चों को कैरियर गाइडेन्स की आवश्यकता होगी, वे अपना समय निकाल कर अवश्य गाइड करेंगे। अंत में उन्होंने जिले भर के पालकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दे। उन्हें गलत रास्ते में जाने से रोके एवं कानून की जानकारी दे, जिससे वे बड़े होकर एक ईमानदार देशभक्त बने।