Loading...
अभी-अभी:

दुर्गः कामधेनू विश्वविद्यालय में निर्माण कार्यो में भ्रष्टाचार, शिकायत के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं

image

Oct 1, 2019

चंद्रकांत देवगन - कामधेनू विश्वविद्यालय में निर्माण कार्यो में भ्रष्टाचार के मामले की शिकायत होने के बाद मंत्री रविन्द्र चौबे ने जाँच के आदेश दिए थे। जिसके बाद विश्वविद्यालय के द्वारा अब तक कोई कार्यवाही करने के निर्देश नहीं दिए गए हैं। विश्वविद्यालय में पदस्थ कुलपति और रजिस्टार की माने तो शिकायत के बाद पूर्व में जाँच तो हुयी है, परन्तु वर्तमान में मंत्री जी के द्वारा भी जाँच के बाद कार्यवाही की बात कही गयी है। जो मिडिया के माध्यम से ज्ञात हुआ था, पर अब तक कोई आदेश मंत्रालय से प्राप्त नहीं हुआ है। वहीं इस बारे में पत्र प्राप्त होते ही जाँच के बाद कार्यवाही की जावेगी।

दुर्ग में 4 और बिलासपुर में 3 ठेकेदारों द्वारा भ्रष्टाचार जोरों पर

कामधेनू विश्वविद्यालय द्वारा बिलासपुर और दुर्ग में 29 करोड़ के निर्माण कार्यो की स्वीकृति प्राप्त हुयी थी। जिसमे टेंडर प्रक्रिया से निर्माण कार्यो में गड़बड़ी का आरोप भी लगाया गया था। कांग्रेस नेता व प्रार्थी विनोद तिवारी द्वारा भी सूचना के अधिकार के माध्यम से कई दस्तावेज प्राप्त कर शिकायत की गयी। उनका कहना है कि जाँच हो जाने के बाद भी दोषियों पर 16 माह बीतने तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। दुर्ग में 4 और बिलासपुर में 3 ठेकेदारों द्वारा यह कार्य किया जा रहा है। यह पूरा निर्माण विश्वविद्यालय की निर्माण शाखा की देखरेख में चल रहा है। यहां पदस्थ सब इंजीनियर हिमालय थवानी पर नियम विरुद्ध तरीके से अपने चहेते ठेकेदारों का बिल पास कर दिये जाने का आरोप है, तो वहीं कुछ ठेकेदारों का बिल कई-कई महीने जानबूझकर रोक कर रखा गया।

विश्वविद्यालय प्रबंधन ऊपर से लेकर नीचे तक भ्रष्टाचार में डूबा

विश्वविद्यालय प्रबंधन ऊपर से लेकर नीचे तक भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। उन्होंने इसकी शिकायत वर्तमान सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री से भी की है। भाजपा शासन काल में हुए इस भ्रष्टाचार के दोषियों को वर्तमान सरकार में कार्यवाही कर उनकी असली जगह जेल तक पहुँचाया जायेगा। वहीं मामले में विश्वविद्यालय के रजिस्टर पी.के. मरकाम का कहना था कि पूर्व में भी शिकायत प्राप्त हुयी है और इसमें उच्च स्तरीय जाँच समिति गठित कर शासन को रिपोर्ट सौंपी जा चुकी है। वर्तमान में जिस तरह से मंत्री जी का बयान आया है तो निश्चित तौर पर जाँच कर दोषियों पर उचित कार्यवाही की जावेगी।