Jan 18, 2019
रवि गोयल - जांजगीर चाम्पा जिले के जैजैपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत हरेठीकला में देखने को मिला, जहां पर छोटे छोटे मासूम बच्चे अपनी जान को जोखिम में डालकर पढ़ाई करने के लिए मजबूर हैं लेकिन ब्लाक के शिक्षा विभाग इससे अब तक बेखबर है शिक्षा का नींव प्राथमिक स्कूल होती है और इन्हीं स्कूलों में बच्चे डर के साए में पढ़ाई करने को मजबूर होंगे तो कैसे चलेगा कुछ ऐसा ही नजारा गांव की प्राथमिक शाला में देखने को मिला, जहां स्कूल की हालत दयनीय है। यहां के सरकारी स्कूल का एक कमरे का छ्ज्जा कूछ माह पहले पूरी तरह से धाराशाही हो गया है बावजूद इसके बच्चों को उसी स्कुल में बैठाया जा रहा हैं।
जान जोखिम में डालकर बच्चे बढ़ी करने को मजबूर
शिक्षको एवं अधिकारियो के लापरवाही के कारण जान जोखिम में डालकर बच्चे पढाई करने को मजबूर हैं। भवन की छत इतनी जर्जर हो गई है कि मानो कभी भी गिर सकती है. ऐसे में यहां पढ़ने वाले बच्चो को हर वक्त अपनी जान की परवाह सताती है। ग्रामीणों की मानें तो समय समय पर स्कूल में नई बिल्डिग की मांग को लेकर कई बार शिकायत की गई ग्रामीणों का कहना है कि शिकायत के बाद भी न तो शिक्षा विभाग और न ही जिला प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर किसी तरह की संजीदगी दिखाई है पालकों की मानें तो स्कूल की दशा को लेकर कई बार जनप्रतिनिधी और प्रशासन को जानकारी दे चुके हैं, इसके बाद इस मसले को लेकर कोई भी गंभीर नहीं है।
गाँव के विकास पर लगा ग्रहण
जनप्रतिनिधियो के लापरवाही के कारण गाँव के विकास पर भी ग्रहण लग गया है हरेठीकला में पूर्व सरपंच के कार्यकाल का पंचायत भवन सह-गोदाम निर्माण आगनबाड़ी भवन अतिरिक्त कक्ष मंगल भवन सहित अन्य भवन का कार्य अधूरा पड़ा हुआ है पूर्व सरपंच के कार्यकाल में स्वीकृत भवन 5 साल बीत जाने के बाद भी अधूरा पड़ा हुआ जिसको बनवाने वर्तमान सरपंच भी ध्यान नही दे रहे है जिसके कारण गाँव का विकास रुका हुआ है भवन निर्माण को पुरा कराने न जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे हैं और न तो अधिकारी जिसके कारण ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।