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गरियाबंदः चैत्र नवरात को वर्ष में एक बार में एक बार ही होता है निराई माता का दर्शन

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Apr 7, 2019

लोकेश सिन्हा- गरियाबन्द के धमतरी जिले के सीमा पर मोहेरा गांव के पास स्वास्थापित निराई माता जो कि आज पूरे राज्य में लोगों के लिए एक आस्था का केंद्र बना हुआ है। हर वर्ष चैत्र नवरात को खुलने वाला माता निराई के दर्शन के लिए सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय कर के लोग अपनी मुराद लेकर इस पवित्र स्थल तक आते हैं। कई लोगों ने अपनी मुराद पूरी भी होते देखे हैं।

अन्य दिनों में उस पहाड़ी में माता के दर्शन करने की है मनाही

मोहेरा गांव के पहाड़ों के ऊपर बसी माता का दर्शन चैत्र नवरात को वर्ष में एक बार ही होता है। वहीं देखा गया है कि चैत्र नवरात के प्रथम रविवार को इस स्थान में जात्रा का त्यौहार मानाया जाता है जिसमें लोग अपनी मुराद पूरी होने कि कामना करते हैं। मुराद पूरी हो जाने पर पुनः एक वर्ष बाद इस स्थान पर आकर माता के चरणों में अपनी शक्ति और सामर्थ के अनुसार श्रीफल, दशमद का फूल, नीबू और अन्य फल प्रसाद स्वरूप चढ़ाकर उस पवित्र स्थान से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। देखा गया है कि इस स्थान पर बाकी अन्य दिनों में उस पहाड़ी में माता के दर्शन करने जाना मना है। साथ ही महिलाओं का प्रवेश वर्जित हैं। जात्रा के दिनों हजारों की संख्या में लोग दूर-दूर से दर्शन करने आते हैं।