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केलो मैया की महाआरती के साथ शुरू हुई महिला व पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता

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Feb 28, 2019

दुलेन्द्र कुमार पटेल- केलो कोयलांचल आदिवासी बाहुल्य जनपद तमनार के केलो नदी की गोद में बसा ग्राम मिलुपारा में केलो मैया सेवा समिति द्वारा ग्रामीण स्तरीय महिला व पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। इस्पात मंत्री विष्णुदेव साय, पूर्व मंत्री सत्यानंद राठिया सहित जनप्रतिनिधियों, सामाजिक, धार्मिक कार्यकर्ताओं के साथ साथ हजारों ग्रामीणजन भी शामिल हुए। वेद मंत्रोपचार के साथ ब्राम्हणों व हजारों ग्रामीणजनों की उपस्थिति में गंगा मैया, महानदी की महाआरती की तर्ज पर केलो मैया की महाआरती की गई।

महिला कबड्डी प्रतियोगिता 22 व 23 को हुई जिसमें 40 टीमों ने लिया हिस्सा

भारतीय संस्कृति सदैव से ही महान व पूजनीय रही है। कण-कण में ईश्वर का वास हमें प्रतीत होता है। नदिया परोपकारिणी व जीवनदायिनी मातृ शक्ति है। संसार की कई सभ्यता व संस्कृतियां नदियों के तट पर ही विकसित हुई हैं। महिला कबड्डी प्रतियोगिता 22 व 23 को हुई जिसमें 40 टीमों ने हिस्सा लिया था। इसमें धरमजयगढ़ की टीम ने प्रथम, रायगढ़ ने द्वितीय, बिरसींगा ने तृतीय व मिलुपारा ने चतुर्थ रैंक प्राप्त किया। प्रथम पुरस्कार 11111 व शिल्ड, द्वितीय 5555 व शील्ड, तृतीय व चर्तुथ 3333 व शील्ड प्रदान किया गया। वहीं 24 तारीख से पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता में 70 टीमों ने हिस्सा लिया है। जिसमें टेका की टीम ने प्रथम, द्वितीय उच्चभिठी ने, तृतीय आमगांव ने जीत हासिल किया।

भजन कार्यक्रम के बाद मंत्र उच्चारण के साथ केलो नदी में महाआरती की गई

इस अवसर पर भजन सम्राट नितिन दुबे जी का भजन कार्यक्रम का आयोजन के बाद संध्या वेद मंत्र उच्चारण के साथ केलो नदी में महाआरती की गई। केलो मैया महाआरती व कबड्डी आयोजन समिति द्वारा बेहतर आयोजन किया गया। स्थानीय खेलों का जीवन मे महत्वपूर्ण स्थान है। खेल में अभिमन्यु की तरह चक्रब्युह तोड़ने का प्रयास करेगा, कबड्डी में मरता नहीं जीता है। मरता है, जिंदा होता है, एक तरफ मारता है, तो दूसरी तरफ जिंदा होता है। खेल में हार-जीत होती रहती है। खिलाड़ी अनुशासन, खेल भावना से खेल कर आगे बढ़ते हैं। रायगढ़ जिले की केलो नदी जीवन दायिनी है।