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सरपंच का ड्रामा बना ईलाके में चर्चा का विषय, सरपंच पद पर फिर से बैठने की जिद

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Jul 24, 2018

पुरूषोत्तम पात्रा :  गरियाबंद की गाडाघाट पंचायत के बर्खास्त सरपंच का ड्रामा इन दिनों ईलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है, बर्खास्त सरपंच डिलेश्वर नागेश भ्रष्टाचार के एक मामले में शुक्रवार को जैसे ही 9 महीने बाद जेल से छुटकर आया तो उसके समर्थकों ने पहले तो बाजे गाजे के साथ उसका स्वागत किया और फिर पंचायत कार्यालय पहुंचकर उसे फिर से सरपंच पद पर बैठाने की जिद करने लगे, हालांकि सचिव ने ऐसा करने से मना कर दिया, समर्थक इसके बाद भी शांत नही हुए।

बल्कि डिलेश्वर को लेकर देवभोग जनपद कार्यालय पहुंचे और जनपद सीईओ से भी वही मांग दोहराने लगे, सीईओ विनय कुमार अग्रवाल ने भी नियम कानून का हवाला देकर उन्हें वहां से चलता कर दिया, हालांकि डिलेश्वर अभी भी सरपंच पद पर बैठने की जिद पर अडा हुआ है।

दरअसल डिलेश्वर नागेश सरपंच बनने के पहले उरमाल सहकारी समीति में भृत्य के पद पर कार्यरत था और उस दौरान 2014 में उस पर 760 क्विंटल धान की अफरा तफरी का आरोप लगा था, मामले की जांच के बाद 9 माह पहले उसे जेल भेज दिया गया था, इसी बीच देवभोग एसडीएम ने आईपीसी की धाराओं के तहत कार्यवाही होने का हवाला देते हुए उसे सरपंच पद से
बर्खास्त कर दिया। अब डिलेश्वर की दलील है कि उस पर भ्रष्टाचार का आरोप उरमाल सहकारी समिति में काम करने के दौरान लगा है ना कि गाडाघाट के सरपंच पद पर रहते हुए, इसलिए उसे सरपंच की कु्र्सी वापिस दी जाये।