Mar 8, 2017
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने शराबबंदी के लिए राजधानी से लेकर गांव के बच्चे, बुजुर्ग, युवा और महिलाएं मशाल थामे हुए हैं। जनता सड़क पर, तो जनप्रतिनिधि सदन में सरकार को घेरने में लगे हैं। अंतरराष्ट्रीय महिला सशक्तिकरण दिवस पर 8 मार्च को राजधानी में महिलाएं जंगी प्रदर्शन कर आरपार की लड़ाई की तैयारी में है। मंगलवार को सिलयारी में गुपचुप बनाई जा रही शराब दुकान को आसपास के पांच गांव की महिलाओं ने नेस्तनाबूत कर दिया। शहर में ममता शर्मा के नेतृत्व में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल से मुलाकात कर नियमों के खिलाफ राज्यभर में निकायों-पंचायतों के मार्फत शराब दुकान बनाने को लेकर सीएस और कलेक्टरों पर कार्रवाई की मांग की है। सिलतरा में मुख्य सड़क से महज 30 फीट दूर सरकारी वेयर हाउस में जिला प्रशासन, ग्राम पंचायत व ग्रामीणों की बगैर जानकारी 2400 वर्ग फीट में देसी व विदेशी शराब दुकान निर्माण करवा रहा है। यहां से सुबह-शाम गांव की बच्चियां स्कूल व हजारों महिलाएं फैक्टरी जाती हैं।
मंगलवार दोपहर सिलयारी, सांकरा, सोंडरा, निमोरा, चिखली व आसपास के गांव की करीब 200 से 250 महिलाएं सांकरा पंचायत भवन में जुटीं। दोपहर 12.30 बजे वे गुलाबी गैंग के रूप में दो किमी पैदल मार्च निकालकर निर्माण स्थल पहुंची। उन्होंने पहले एक घंटे तक तहसीलदार योगेन्द्र वर्मा की राह देखी। नहीं पहुंचे तो भड़की महिलाओं ने नींव की ढलाई के लिए लगाई गई शटरिंग प्लेट और लोहे के कॉलम उखाड़ दिए। पूरा स्ट्रक्चर तहस-नहस कर दिया। उनका उग्र रूप देख ठेकेदार भागवत वर्मा व मजदूर भाग गए।