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जन्मदिन विशेष - अनुराधा पौडवाल को दूसरी लता मंगेशकर बनाना चाहते थे गुलशन कुमार

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Oct 26, 2018

बॉलीवुड में एक दौर ऐसा था जब हर दूसरी फिल्म में गायिका अनुराधा पौडवाल के गाने होते थे उनकी आवाज का जादू ऐसा है कि आज भी लोग अनुराधा की आवाज के दीवाने हैं हालांकि वो काफी समय से लाइमलाइट से दूर हैं। अनुराधा पौडवाल 27 सितंबर को अपना जन्मदिन मनाती हैं। उनके जन्मदिन के मौके पर जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें अनुराधा पौडवाल ने अपना करियर 80 के दशक में शुरू किया था और धीरे-धीरे अपनी धाक जमा दी। उस वक्त लता मंगेशकर, आशा भोसले और अल्का याग्निक पहले से ही इंडस्ट्री में टॉप की गायिकाओं में शामिल थीं।

ऐसे में अनुराधा पौडवाल के लिए करियर की शुरुआत करना इतना भी आसान नहीं था। टी-सीरीज के मालिक गुलशन कुमार को अनुराधा की खोज माना जाता था। ऐसा कहा जाता है कि गुलशन कुमार उन्हें दूसरी लता मंगेशकर बनाना चाहते थे। साल 1973 में अमिताभ बच्चन और जया भादुड़ी की फिल्म अभिमान से अनुराधा पौडवाल ने अपने करियर की शुरुआत की थी। अनुराधा को पहचान मिली साल 1976 में सुभाष घई की फिल्म कालीचरन से। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उस दौर के सभी बड़े संगीतकारों राजेश रोशन, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, कल्याणजी-आनंदजी और जयदेव के साथ अनुराधा पौडवाल ने काम किया।

अनुराधा पौडवाल के खाते में एक से बढ़कर एक हिट गाने आने लगे। ऐसी भी खबरें आईं कि लता मंगेशकर और आशा भोसले के साथ उनका विवाद भी हुआ। तब कई संगीतकारों के निशाने पर अनुराधा आ गईं। उस दौर में गुलशन कुमार की म्यूजिक कंपनी टी-सीरीज एक बड़ा नाम बना था। गुलशन कुमार ने अनुराधा के टैलेंट को पहचाना और उन्हें एक के बाद एक कई गाने दिए। 90 के दशक में अनुराधा पौडवाल एक बड़ा नाम बन चुकी थीं। उन्हें 'आशिकी', 'दिल है कि मानता नहीं' और 'बेटा' जैसी फिल्मों के लिए लगातार तीन फिल्मफेयर अवॉर्ड दिए गए। फिल्मों के अलावा टी-सीरीज के साथ अनुराधा ने कई एल्बम में भी काम किया। इसी बीच गुलशन कुमार और अनुराधा पौडवाल के बीच अफेयर की भी खबरें आईं हालांकि इस पर किसी ने भी खुलकर कुछ नहीं कहा।