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डॉक्टर का अपहरण करने के प्रयास में आरोपी गिरफ्तार

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Nov 22, 2017

ग्वालियर : पनिहार में 4 दिन पहले डॉक्टर का अपहरण करने के प्रयास में असफल रहने के बाद दोबारा उसका अपहरण करने के लिए इकट्ठे हुए गिरोह को पुलिस ने पकड़ लिया। गिरोह में एक रीवा में पदस्थ सिपाही भी शामिल है।

पुलिस को यह भी पता चला है कि डॉक्टर से इस गिरोह के कुछ लोगों का मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद इन लोगों ने उसे टारगेट पर लिया था। पुलिस जांच कर रही है। ग्वालियर एसपी डॉ आशीष ने बताया कि 17 नवंबर को बरई स्वास्थ्य केंद्र पर पदस्थ डॉ विनोद कुमार दौनेरिया साथी सुरेश सिंह के साथ कार से लौट रहे थे।

बेला की बावड़ी पर चौधरी ढाबे के नजदीक एक स्विफ्ट कार ने उनकी कार को ओवरटेक करके रोका। जबरन अपनी कार में बैठाने की कोशिश करने लगे थे। सुरेश ने शोर मचाया तो, वे डॉक्टर को छोड़कर भाग गए।

कार की नंबर प्लेट पर कागज चिपका था, इसलिए पहचान नहीं हो पाई। सोमवार दोपहर टीआई पनिहार आलोक भदौरिया को सूचना मिली कि डॉक्टर के अपहरण के प्रयास में जैसी कार उपयोग की गई थी, वैसी ही कार हाईवे पर खड़ी है।

उसकी भी नंबर प्लेट पर कागज चिपका है। पुलिस ने पहुंचकर इसमें बैठे युवकों को पकड़ लिया। कार में एक कट्टा, दो कारतूस, कुल्हाड़ी, बिजली का तार और एक हॉकी मिली। युवकों का कहना था कि वह दोबारा डॉक्टर के अपहरण के इरादे से आए थे।

पकड़े गए युवकों ने अपने नाम अरविंद यादव, ध्रुव यादव और सतेंद्र यादव बताया हैं। अरविंद खुद को रीवा के पनवार थाने का सिपाही बता रहा है। ध्रुव इसका सगा भाई है, जबकि सतेंद्र मौसेरा भाई। बदमाशों ने बताया कि वे फिरौती के लिए अपहरण करना चाहते थे।