Loading...

सिद्धिविनायक पर लगा जीएसटी का ग्रहण

image

Aug 23, 2017

ग्वालियर : जीएसटी की मार से अब तक तो आमजन ही कराह रहे थे, मगर अब भगवान गणेश भी जीएसटी से अछूते नहीं रहे हैं। जीएसटी के बाद अब भगवान गणेश की प्रतिमाएं महंगी हो गई हैं और लोगों को अब गणेश स्थापना के लिए ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ रही हैं।

25 अगस्त से हर गली मोहल्ले और घरों में देवताओं में प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश की स्थापना होनी हैं। ऐसे में हर कोई अपने आराध्य देव और भगवान गजोधर की स्थापना करेगा, मगर इस बार केन्द्र सरकार के द्वारा जीएसटी लगने के बाद बाजार में मूर्ति बनाने का सभी समान महंगा हो गया हैं। अकेले कलर करने वाले पेंटस पर ही 28 प्रतिशत जीएसटी लगने से कलर के दाम बढ़ गए हैं, जो पहले 18 प्रतिशत था। मूर्ति बनाने वाले कारीगरों को मिट्टी, घास और लकडी पर भी मंहगाई की मार पड़ने के कारण अब गणेश की मूर्ति मंहगी मिल रही हैं। जीएसटी लगने के बाद अब पिछले साल की तुलना में गणेश प्रतिमा एक हजार से 2 हजार तक मंहगी हो गई हैं। गणेश उत्सव के लिए गणेश प्रतिमाओं को बुक करने वाले ग्राहक भी मान रहे हैं कि जीएसटी की मार भगवान पर भी पड़ रही हैं।

मूर्ति बनाने वाले कलाकार भी मान रहे हैं कि कच्चे माल पर जीएसटी की मार के कारण अब उन्हें मूर्ति महंगी बेचनी पड़ रही हैं। 45 सालों से मूर्ति बनाने वालें कलाकारों नें भी कई रूपों में गणेश बनाएं हैं। फिर वो चाहे शिव रूप में हो या बाल गणेश में या फिर लाल बाग के राजा के रूप में, मगर जीएसटी के बाद भी ग्राहक जेब ढीली करने से नहीं हिचक रहे हैं।