Aug 28, 2019
विनोद शर्मा : मध्य प्रदेश में आज से 313 आंगनवाड़ियों को प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर संचालित किया जाएगा। जिसकी शुरूआत महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने अपने गृह जिले ग्वालियर की रेश्ममिल आंगनवाड़ी केंद्र से किया। इमरती देवी का कहना है कि मेरा लक्ष्य एक लाख आंगनवाडियों को प्राइवेट स्कूल की तरह संचालित करना है। बहरहाल आज से महिला बाल विकास विभाग के द्वारा प्राइवेट स्कूल की तर्ज पर बनाई गयी आंगनवाड़ी संचालित होगी। जिनमें बच्चों के मानसिक व शारीरिक विकास के लिए इंडोर व आउटडोर गेम्स की भी व्यवस्था रहेंगी।
प्ले स्कूल की तरह सजाया गया केंद्रों को
इन केंद्रों को प्ले स्कूल की तरह सजाया गया है और बच्चों को आकर्षित करने वाली रंगीन दीवारें है। इन पर ज्ञानवर्धक पेंटिंग बनाई गई है। दीवारों पर वर्णमाला के अक्षर, अंग्रेजी वर्णमाला के लेटर के साथ कार्टून कैरेक्टर, पक्षी, फल, सब्जी, जानवरों के नाम सहित चित्रण किया गया है। आंगनबाड़ी केंद्रों की इमारतों को पूरा करने या उनका आंशिक निर्माण कराने, दीवारों पर बाल अनुकूल चित्रकला कराने, भौतिक बुनियादी ढांचे का निर्माण, बच्चों के अनुकूल शौचालय, कक्षा, रसोईघर का निर्माण, खेल उपकरण, खिलौना, डिस्प्ले बोर्ड, कम्प्यूटर आदि सबकुछ उपलब्ध है।
महिला बाल विकास मंत्री के मुताबिक
महिला बाल विकास का मुख्य कार्यक्रम ग्वालियर की रेश्म मिल आंगनवाड़ी में किया गया,जिसमे सूबे की महिला बाल विकास मंत्री ईमरती देवी मौजूद रही। महिला बाल विकास मंत्री का कहना है कि वह चाहती हैं आंगनवाड़ियों की स्थिति भी किसी निजी प्ले ग्रुप स्कूल से बेहतर हो ताकि यहां के अधिकारी कर्मचारी एवं बड़े लोगों के बच्चे भी इसमें पढ़ने आए। अभी इस तरह के प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने के लिए व्यक्ति को तीन से चार हजार रुपये प्रतिमाह खर्च करने होते हैं, वह उसे सरकार की तरफ से नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र में मुफ्त में प्रदान की जा रही हैं।