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65 गाँव के लोग हो रहे परेशान, प्रशासन बना मौन

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Aug 6, 2018

इलयाज खान : सुल्तानपुर के ईटखेड़ी से अजीत नगर तक बनने वाली सड़क मैं भारी भ्रष्टाचार और पुल का निर्माण नहीं होने से लगभग 65 से 68 गांव के लोग परेशान हो रहे हैं। प्रशासन से शिकायत के बाद भी कोई कदम नहीं उठाया गया है। वहीं जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बनकर देख रहे हैं।

मध्यप्रदेश की सरकार किसानों एवं गरीबों के उत्थान के लिए कितना भी काम करें मगर उसके जिम्मेदार अधिकारी सरकार की मंशा को पूरी नहीं होने देते और सरकार की उम्मीदों पर पानी फेर देते हैं। जबकि इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व लोक निर्माण विभाग के मंत्री रामपाल सिंह करते है और यह क्षेत्र भी उनका ग्रह जिला है।तो वहीं सरकार के जिम्मेदार अधिकारी किसानों और गरीबों को कैसे परेशान किया जाए शायद इसी सोच में लगे रहते है। ऐसी ही सोच रखने बाले एक अधिकारी का नाम है किशन वर्मा जो कि अपनी आंखों के सामने ही भ्रस्टाचार कर रहे है और ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी इनको 65 गाँव के किसानों की दुर्दशा से कोई मतलब नही है।

आईये हम दिखाते है आपको स्पेशल रिपोर्ट-
ताजा उदाहरण रायसेन के सुल्तानपुर में देखने को मिला। लगभग 65 से 68 गांव के लोग जब परेशान हो जाएं और उनको निकलने के लिए सड़क और पुल ना मिले तो ऐसे में आदमी अपनी दिनचर्या को कैसे चलाएगा। जी हां हम बात कर रहे हैं सुल्तानपुर के ईटखेड़ी से अजीत नगर तक बनने वाली सड़क की जिसको मित्तल कंपनी भोपाल द्वारा करीब 30 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। इस सड़क में लोक निर्माण विभाग के अधिकारी किशन वर्मा की मिलीभगत से भ्रस्टाचार कर इस सड़क का निर्माण किया जा रहा है तो वहीं रायसेन जिले से ही लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह  प्रतिनिधित्व करते है। 

ठेकेदार पर नहीं हुई कभी कोई कार्यवाही 
ग्रामीणों ने इस सड़क में हो रहे भ्रस्टाचार की कई बार शिकायत की मगर आज तक ठेकेदार मित्तल पर कभी कोई कार्यवाही नहीं हुई। वही अब इस ठेकेदार के हौसले इतने बुलंद हैं कि इसमें लगभग 30 करोड़ की बनने वाली सड़क में भारी अनियमितताएं और भ्रष्टाचार का खेल, खेल रहा है। और इस भ्रस्टाचार को जिला प्रसाशन के अधिकारी और लोक निर्माण विभाग के जिला अधिकारी किशन वर्मा मूक दर्शक बनकर देख रहे है।और इस ठेकेदार पर इतने मेहरबान है कि इस पर कभी कोई कार्यबाही नही करते है। पूरा मामला इस प्रकार है कि ईंटखेड़ी से अजीत नगर तक बनने बाली सड़क में लुडियाई नदी पर एक पुल बनना था,ठेकेदार मित्तल ने परिवर्तित मार्ग नही बनाया और पुराना पुल भी तोड़ दिया है।

किसानों को निकलने के लिए रास्ता तक नहीं
वही अब 65 गांव के किसानों को निकलने के लिए रास्ता तक नहीं है क्योंकि इस ठेकेदार द्वारा परिवर्तित मार्ग ना बना कर पुराना पुल था उसको भी तोड़ दिया है। अब ऐसी स्थिति में 65 गांव के लोगों को सुल्तानपुर आने-जाने और अपने खेत पर जाने के लिए कोई जगह नहीं है और भारी बारिश होने के कारण पानी का बहाव इतना तेज होता है कि नदी में से निकलना मतलब अपनी जान जोखिम में डालकर तेज बहाव बाली नदी में से पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा है। और ऐसे में कभी कोई अनहोनी होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? वही स्थानीय बसीम खान का कहना है कि हम अपने खेत पर दवाई तक नहीं डाल पा रहे हैं और ना ही अपने खेत पर जा पा रहे हैं। हमारी खेती पूरी चौपट हो रही है और इस सड़क में भ्रष्टाचार इतना ज्यादा किया जा रहा  है कि, ठेकेदार को किसी का भी डर नहीं है, चाहे वह अवैध खनन का मामला हो चाहे अवैध परिवहन का मामला हो इस ठेकेदार ने हमेशा ही सरकार को लाखों रुपये का चूना लगाया है। कई बार अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी ठेकेदार पर कभी कोई कार्यवाही नहीं होती है।और ठेकेदार ने परिवर्तित मार्ग न बनाकर पुराना पुल और तोड़ दिया है। जिससे हमारी फसल पूरी खराब हुई जा रही है और हम खेत पर दवाई छिड़कने तक नहीं जा पा रहे हैं।

68 गांव के लोग प्रशासन से लगा चुके हैं गुहार 
वहीं अन्य ग्रामीणों ने बताया कि हम बहुत ज्यादा परेशान है कि घर मे अगर कोई बीमार हो जाये तो सुल्तानपुर अस्पताल लाना मुश्किल हो जाता है और किसी दिन किसी की जान भी जा सकती है। लगभग 65 से 68 गांव के लोग कई बार प्रशासन से गुहार लगा चुके है,उसके बाद भी किसी भी तरह से उनकी सुनबाई नही हो रही है।और सभी ग्रमीण और किसान परेशान हो रहे है।  वही जब मीडिया ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारी किशन वर्मा से इस बारे में जानना चाहा तो लोक निर्माण विभाग के अधिकारी किशन वर्मा का कहना था कि पुल का निर्माण हो गया है। और  स्थिति यह है कि वहां पर पुल का निर्माण तो छोड़िए परिवर्तित मार्ग तक नहीं बना है। वही जब मीडिया ने इस बारे में अपर कलेक्टर मुकेश कुमार जैन से इस बारे में जानना चाहा तो उनका कहना था कि अगर कल को कोई दुर्घटना घटती है तो इसकी जिम्मेदारी निश्चित रूप से लोक निर्माण विभाग के अधिकारी किशन वर्मा और इस ठेकेदार मित्तल कंपनी पर होगी।

शासन को लगाया लाखों रूपए का चूना
बता दें कि इस कंपनी मित्तल ने जब से इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया है तब से लेकर आज तक अवैध उत्खनन अवैध परिवहन करके शासन को लाखों रुपए की राजस्व चोरी करके चूना लगाया है। वही इस कंपनी के अधिकारी कहते हैं कि आपको शिकायत करना है कर दीजिए। पहले भी कई बार इस कंपनी द्वारा कई ग्राम पंचायतों में अवैध खुदाई की गई जिसकी कई बार ग्रामीणों ने शिकायत की। मगर जिम्मेदार अधिकारी इसके ऊपर कारवाई करने से ना जाने क्यों डरते हैं।