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एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर निकाले 10 लाख रूपए, पुलिस ने किया पर्दाफाश

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Apr 5, 2018

एटीएम कार्ड का क्लोन बनाने वाले रैकेट के दो सदस्य ग्वालियर क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आ गए हैं। पकड़े गए दोनों युवकों में से एक मुंबई का और दूसरा भिंड जिले के मेहगांव का रहने वाला है। इस रैकेट ने दिनेश सिंह तोमर के एटीएम का क्लोन तैयार कर 15 किश्तों में 10 लाख 32 हजार रुपए अलग-अलग स्थानों से निकाले थे। इस रैकेट को हैडिन नाम का विदेशी युवक केन्या में बैठकर चला रहा है। रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है। एटीएम का क्लोन तैयार करने वाला रैकेट पहली बार जिला पुलिस की पकड़ में आया है।

रैकेट के शिकार बने दिनेश सिं​ह ने की एसएसपी को लिखित शिकायत
रैकेट का शिकार बने दिनेश सिंह तोमर ने एसएसपी को लिखित शिकायत कर बताया था कि उसके खाते से किसी ने एटीएम कार्ड का उपयोग कर 15 किश्तों में 10 लाख 32 हजार रुपए निकाल लिए। जबकि एटीएम का मूल कार्ड उसके पास है। फरियादी का कहना है कि उसकी बेटी की शादी इसी माह है इसलिए यह राशि खाते में जमा कर रखी थी। एसएसपी ने इस मामले को क्राइम ब्रांच को सौंप दिया है। जांच में पता चला कि दिनेश के खाते से एटीएम का क्लोन तैयार कर रुपए निकाले गए हैं। क्राइम ब्रांच ने कई जिलों में ठगी करने वाले रैकेट से जुड़े इमरान को मुंबई में और हरिमोहन को मेहगांव जिला भिंड से पकड़कर लाई है।

केन्या में हैडिन नाम का व्यक्ति करता था रैकेट का संचालन
आरोपियो का कहना है कि ये रैकेट केन्या में बैठकर हैडिन नाम का व्यक्ति संचालित कर रहा है। इसके रैकेट से क्लर्क व अन्य लोग भी जुड़े हैं। रैकेट तीन चरणों में काम करता है। पहला ग्रुप एटीएम में डिवाइस लगाता है। दूसरा एटीएम के क्लोन तैयार करता है। तीसरा कैमरे हैक करता है। इसके बाद पैसे निकालकर हैडिन के खाते में पहुंचा दिए जाते हैं। इन लोगो को इसके बदले मे 20 प्रतिशत दिया जाता है। आरोपी इमरान का कहना है कि हरिमोहन से उसकी मुलाकात भोपाल जेल मे हुई थी और वहीं से दोनो ने एक साथ काम करना शुरु कर दिया था।

पुलिस कर रही मामले की जांच
पुलिस अब आरोपियो का रिमांड लेकर पता कर रही है कि इस गिरोह मे और कौन कौन लोग शामिल है और इन्होंने कितनी वारदातो को अंजाम दिया है। खास बात यह है कि ग्वालियर पुलिस के हाथों मे पहली बार कोई ऐसा गिरोह पकडने मे आया है जो एटीएम क्लोनिंग का काम करता था।