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सीएम चौहान करेंगें किसानों के नुकसान की भरपाई!

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Feb 12, 2018

भोपाल : हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों के कलेक्टरों को तत्काल फसल हानि का आकलन कराने के निर्देश दिये हैं। चौहान ने प्रदेश के कई जिलों में ओलावृष्टि होने की सूचना मिलने पर संबंधित जिलों के कलेक्टरों से जानकारी प्राप्त की।

मुख्यमंत्री चौहान ने किसान भाईयों को आश्वस्त किया है कि ओलावृष्टि से फसलों की क्षति की भरपाई की जायेगी। उन्होंने कहा है कि किसान भाई चिंता नहीं करें। संकट की घड़ी में सरकार सदैव की तरह उनके साथ है।

मुख्यमंत्री ने ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि फसल के नुकसान के मूल्यांकन के लिये तत्काल टीमें भेजकर हानि का आकलन करवायें ताकि समय पर किसानों को उचित मुआवजा दिया जा सके।

गौरतलब है कि एक ओर जहां नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने प्रदेश के अनेक हिस्सों में हुई ओलावृष्टि और बारिश के कारण किसानों पर आए संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से तत्काल किसान सम्मेलन रद्द करने की मांग की।
    
और कहा कि प्रदेश में हुई भारी ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत और उम्मीदों पर एक बार फिर कुठाराघात किया है। उन्होंने कहा कि इससे किसान टूटेगा और हताश होगा। ऐसी स्थिति में किसानों की बर्बादी के इस वक्त में मुख्यमंत्री को जश्न नहीं मनाना चाहिए। 

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि समारोह में लोगों को लाने के लिए सरकार ने प्रदेश के 49 जिलों को आत्मा परियोजना तथा अन्य मदों से 10-10 लाख रूपए आवंटित किए हैं। कलेक्टरों को बसों से लोगों को भेजने के लिए टारगेट दिए गए हैं। इनमें 15 हजार इंदौर, 10 हजार धार, 25 हजार देवास, भोपाल संभाग से एक लाख सहित सभी जिलों को टारगेट दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि वैसे भी किसान खेती-किसानी के इस समय नहीं आता लेकिन ओलावृष्टि के बाद वह बिल्कुल भी नहीं आएगा। ऐसे में सिर्फ भाजपा कार्यकर्ताओं को लाने के लिए 500 करोड़ खर्च करना किसानों के जले पर नमक छिड़कना होगा।

इसलिए मुख्यमंत्री अपनी ब्राडिंग और जबरन की घोषणाओं के लिए जश्न न मनाएं और तत्काल किसान सम्मेलन रद्द कर किसानों को ओलावृष्टि से हुए नुकसान के लिए राहत देने का काम शुरू करें। और इसी के चलते सीएम ने किसानों के लिए महत्वपूर्ण घोषणा का ऐलान किया था।