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दिव्यांग शिविर के अंर्तगत राष्ट्रपति कोविंद और सीएम चौहान की महत्वपूर्ण घोषणाएं

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Feb 12, 2018


ग्वालियर। हाल ही में ग्वालियर में दिव्यांग मेगा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें राष्ट्रपति कोविंद और सीएम चौहान ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की साथ ही राष्ट्रपति कोविंद ने दिव्यांगों का मनोबल भी बढाया। और उनकी हौसला अफजाई भी की।

4271 दिव्यांगों एवं 8108 वृद्धजनों को कृत्रिम अंग वितरित
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने दिव्यांगजनों से कहा है कि अपनी शारीरिक कमजोरी को जिंदगी पर हावी न होने दें। अपनी प्रतिभा को पहचानें। यही प्रतिभा जिंदगी में आगे बढ़ने का आत्मबल प्रदान करेगी। राष्ट्रपति श्री कोविंद ने आज ग्वालियर में आयोजित नि:शुल्क सहायक उपकरण वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दिव्यांगों से कहा कि उपकरण सहयोग के लिये हैं, उन्हें सहारा न बनाएँ। अपनी प्रतिभा और छिपी ताकत को जगाएँ, फिर ये धरती और आसमां आपका होगा।

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से दिव्यांगों को सहायक उपकरण मुहैया कराने की योजना समग्र कल्याण की दिशा में समावेशी शिक्षा, कौशल विकास, रोजगार एवं सामाजिक सुरक्षा के लिये किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। राष्ट्रपति ने कहा कि दिव्यांग एवं वृद्धजन को सरकार द्वारा अत्याधुनिक सहायक उपकरण मुहैया कराए जा रहे हैं। सरकार इस लक्ष्य के साथ काम कर रही है कि कोई भी दिव्यांग बगैर सहायता के न रहे।

डॉ. राममनोहर लोहिया भारतीय राजनीति के कबीर
 

डॉ. राममनोहर लोहिया भारतीय राजनीति के कबीर थे। वे सदैव वंचितों, गरीबों और समाज के अंतिम व्यक्ति को बराबरी का दर्जा और सम्मान दिलाने के लिये ‍संघर्षरत रहे। राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने ग्वालियर में आईटीएम यूनिवर्सिटी में चतुर्थ् डॉ. राममनोहर लोहिया स्मृति व्याख्यान-2018 में उक्त विचार व्यक्त किये।

राष्ट्रपति श्री कोविंद ने कहा कि डॉ. लोहिया ने भारतीय प्रजातंत्र को मजबूत करने की दिशा में सदन में मजबूत विपक्ष की भूमिका का सूत्रपात किया। आचार्य कृपलानी के माध्यम से प्रथम अविश्वास प्रस्ताव लाकर डॉ. लोहिया ने संसद में बहस को नई ऊचाइयां दीं। भारतीय राजनीति में यह एक क्रांतिकारी पहल थी जिसके फलस्वरूप देश में कांग्रेसी राजसत्ता की एकाधिकार प्रवृत्ति पर अंकुश लगा। डॉ. लोहिया ने हमेशा अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी तथा अपनी 57 वर्ष की आयु में 18 बार जेल भी गये।

उच्च शिक्षा की पढ़ाई का खर्च मध्यप्रदेश सरकार देगी
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज पुरखों को याद करने का दिन है क्योंकि आज एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि है। उन्होंने कहा कि डॉ. राममनोहर लोहिया एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय की गरीब और कमजोर वर्ग के कल्याण की भावना के अनुरूप केन्द्र और मध्यप्रदेश सरकार काम कर रही है। हर गरीब को पक्का मकान मिले इस दिशा में योजना संचालित है। म.प्र. में यह कानून बनाया गया है कि प्रदेश में रहने वाला कोई भी व्यक्ति बिना भूमि के मालिकाना हक के नहीं रहेगा।


ग्वालियर की तर्ज पर पूरे प्रदेश में चलेगा दिव्यांग मित्र अभियान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की भावनाओं के अनुरूप ग्वालियर में दिव्यांग व वरिष्ठजनों के लिये मेगा शिविर हुआ है। इस आयोजन में सहायक उपकरण वितरण के साथ-साथ 1400 दिव्यांगों को स्वरोजगार, रोजगार तथा नौकरी देने का काम भी किया गया है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर जिले में चलाए जा रहे दिव्यांग अभियान की तर्ज पर पूरे प्रदेश में दिव्यांगों के कल्याण के लिये अभियान चलाया जाएगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने डॉ. राममनोहर लोहिया की सप्त क्रांति और वर्ष 1974 में जयप्रकाश नारायण के सम्पूर्ण क्रांति आन्दोलन की सामजस्यता समझाते हुये उन्हें भारतीय राजनीति में बदलाव का मार्ग प्रशस्त करने वाला निरूपित किया। उन्होंने रमाशंकर  सिंह के कला, संस्कृति और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान की सराहना की तथा उनसे डॉ. राममनोहर लोहिया पर फिल्म बनाने का आग्रह किया।


रामनाथ कोविंद हुए रवाना
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ग्वालियर में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने के पश्चात सायं 5.40 बजे ग्वालियर से वायुसेना के विमान द्वारा दिल्ली के लिये रवाना हुए। विमानतल पर मध्यप्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने उन्हें विदाई दी।