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कांग्रेस के पास सिर्फ मीडिया का सहारा है : सूक्ष्म एवं लघु मंत्री संजय पाठक

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Jul 14, 2018

मध्यप्रदेश सरकार के सूक्ष्म एवं लघु मंत्री संजय पाठक इंदौर के एक दिवसीय दौरे पर थे इस दौरान उन्होंने इंदौर के कई कार्यक्रमों में शिरकत की। मंत्री संजय पाठक से स्वराज एक्सप्रेस संवाददाता संदीप मिश्रा ने ख़ास बातचीत की, स्वराज एक्सप्रेस से ख़ास बातचीत के दौरान मंत्री संजय पाठक ने कांग्रेस और कांग्रेस नेताओं पर जमकर हमला किया। 

मंत्री संजय पाठक का कहना था कि कांग्रेस के पास न ही जमीन बची है न ही जन है उनके पास सिर्फ मीडिया का ही सहारा है मीडिया की सहायता लेकर छपने का काम कर रहे है सिर्फ कांग्रेस नेता और मीडिया ने भी कुछ दिनों से तवज्जो देना बंद कर दिया था जिसके कारण कांग्रेस के नेता उलटे सीधे बयान देकर मीडिया को अपनी और आकर्षित करते है और जब चुनाव नजदीक आते है तो उसके दो से तीन महीने पहले कांग्रेस नेता एसी कमरों में से निकल कर कांग्रेस नेताओ को मध्यप्रदेश में बेरोजगारी, बिजली और किसानो की समस्या दिखने लगती है और कांग्रेस पोलिंग बूथ पर मर चुकी है सिर्फ मुख्यालय पर बची हुई है और मीडिया के कारण ही बची हुई है। 

महिला अपराधों पर उनका कहना था कि प्रदेश सरकार नहीं महिला अपराधों के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा प्रकरण दर्ज करवाए और उसी के आधार पर कांग्रेस मुद्दे को बना रही है वही उन्होंने  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को नसीहत देते हुए कहा कि जो भी बोले वह सोच समझ कर बोले वह काफी वरिष्ठ है और उन्हें इस तरह के बात करना शोभा नहीं देता है साथ ही संजय पाठक से स्वराज एक्सप्रेस संवाददाता ने टिकट कटने की व्हाट्सएप सूचि जिसमें मंत्री संजय पाठक का भी नाम है उनके बारे में पूछा तो उनका कहना था कि वह सूचि 2013 के विधानसभा चुनाव की है जो कि पूरी तरह से फर्जी है और वह सूचि बनाई किसने। 

इसी के साथ संजय पाठक से जब पूछा गया कि कांग्रेस घर वापसी करवा रही है तो मंत्री पाठक का कहना था कि कांग्रेस का घर कहां बचा है जो घर वापसी हो रही है वही उनका कहना है कि 2008 के विधान सभा चुनाव में मुख्यमंत्री और अन्य सभी मंत्री परिषद के दावेदार हो गए थे और वही कंडीशन 2013 में भी बनी और एक बार फिर 2018 के विधानसभा चुनाव में वही परिदृश्य देखने को मिल रहा है कमलनाथ मुख्यमंत्री बनेगे की सिंधिया मुख्यमंत्री बनेंगे और 2018 में भी यह झगड़ा चल रहा है और कांग्रेस की जो मौजूदा सीट है उससे भी कम सीट 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिलेगी।