May 12, 2020
अरविंद तिवारी : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एसएएफ में पदस्थ आरक्षक दीपक तिवारी छुट्टी पर अपने घर आया हुआ था जिसके बाद लॉक डाउन में फंसा आरक्षक अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने भोपाल नहीं पहुंच सका और तब आरक्षक ने वर्दी के प्रति अपनी वफादारी दिखाते हुए अपने घर के नजदीकी थाने चाकघाट में आमद दर्ज कराई और अब पिछले 50 दिनों से लगातार कोरोना योद्धा बनकर लोगों के सहयोग में लगा हुआ है। देशभर में फैले कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए शासन और प्रशासन के द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं जिसको लेकर डॉक्टर, सफाई कर्मियों सहित पुलिसकर्मियों ने भी कोरोना योद्धा की भूमिका बखूबी निभाई है।
रीवा के चाकघाट थाने में ड्यूटी निभा रहे एक ऐसे ही कोरोना योद्धा के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। जिसने वर्दी के प्रति अपनी वफादारी निभायी और आज कोरोना वॉरियर्स बनकर सामने आए। दरअसल उत्तर प्रदेश की नारी बारी गांव के निवासी दीपक तिवारी मध्यप्रदेश की एसएएफ पुलिस भोपाल के जवान है और कुछ दिनों पूर्व वह छुट्टी पर अपने घर आए हुए थे तभी लॉक डाउन हो गया और वह घर पर ही फंस गए। जिसके बाद उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से बात की और ड्यूटी ज्वाइन करने की मांग रखी। तब अधिकारियों ने उन्हें नजदीकी थाने में आमद दर्ज कराने को कहा और तब फर्ज के प्रति ईमानदारी की मिसाल पेश करते दीपक तिवारी ने गांव के नजदीकी थाने चाकघाट में आमद दर्ज कराई जोकि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर है तथा यहीं पर अब यह जवान ड्यूटी निभाने को तत्पर हैं।