Apr 24, 2019
धर्मेन्द्र शर्मा- लोकसभा चुनाव का मौसम चल रहा है और राजनैतिक पार्टीओं के प्रतिनिधि जनता की दुख तकलीफ दूर करने के लम्बे-चौड़े भाषण दे रहे हैं। ग्वालियर की यह तस्वीर और कुछ वयां कर रही है, जहां एक महिला अपना हक न मिलने पर इच्छा मृत्यु मांग रही है, वह भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से। वाकई में ये तस्वीर आपको भी झकझोर सकती है। आईये हम बताते हैं कि यह महिला क्यों मौत को गले लगाना चाहती है।
महिला का आरोप है कि शासन की सुविधाएं नहीं मिल रही
ग्वालियर जिला कलेक्टर कार्यालय में पहुंची महिला सरकारी सुविधाओं से वंचित है इसलिये यह कलेक्टर की जन सुनवाई में ग्वालियर जिला कलेक्टर के पास आई थी। लेकिन कल लोकसभा चुनाव के नामांकन का आखिरी दिन था, जिसकी वजह से कलेक्टर इनसे नहीं मिल पाये लेकिन जिला कलेक्ट्रेट में अधीनस्थ कर्मचारियों को महिला ने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। महिला का कहना है कि उसके पति सीनियर सेकेंडरी स्कूल बीएसएफ अकादमी टेकनपुर में डांस टीचर के पद पर कार्य करते थे। उनकी मौत 2015 में हो गई थी। लेकिन उनकी जगह उसको अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी गई। पति के नाम पर जो क्वाटर बीएसएफ अकादमी द्वारा उन्हें दिया गया था, वह भी खाली कराया जा रहा है। उनका एक बच्चा है जिसको लेकर वह कहां जाये। इसलिये उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इच्छा मृत्यु की मांग की है। जब उसे शासन की सुविधाएं नहीं मिल रही, वह सडक पर आ गई, तो इच्छा मृत्यु के अलावा उसके पास कोई जरिया नहीं रहता। अब देखना यह है कि चुनावी मौसम में जन प्रतिनिधियों तक उसकी यह गुहार पहुंच पाती है, और उसे न्याय मिल पाता है कि नहीं।