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एमवाय अस्पताल में बिजली पानी नहीं होने से रुक जाती है सर्जरी, 95 करोड़ रूपये का हुआ कायाकल्प

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Jun 6, 2018

दरअसल एमवायएच में वर्ष 2014 में चार करोड़ रु की लागत से टीबी एन्ड चेस्ट व् हड्डी रोग विभाग का अपग्रेडेशन चालू हुवा था वर्ष 2016 में इसका लोकार्पण हुआ यह पहला ब्लाक था जहां टीवी और चेस्ट के मरीजों के लिए रेरीपरेशंन इंटेसिव केयर यूनिट आरआईसीयू बनाया गया दो साल बीत जाने के बाद भी यहां जनरेटर नहीं लगाया गया है जिससे बिजली गुल होने के बाद वेंटिलेटर तक बंद हो जाते है जिससे मरीजों के जान पर भी बन आती है।

प्री मानसून और आंधी तूफान के कारण एमवाय अस्पताल में तीन चार दिन में कई बार लाइट गई जिससे मरीजों की जान पर भी बन आई वही एमवाय अस्पताल में ओटी उपकरण खराब होने के कारण 20 दिन से महिला का आपरेशन टल रहा है वही पीसी सेठी अस्पताल में दान की सात डायलिसिस मशीने मेंटेनेंश के आभाव से खराब पड़ी हुई है वही इंदौर के जिला अस्पताल में पानी नहीं होने के कारण डायलसिस के मरीज वापस लोट रहे है वही किडनी रोग विशेज्ञ भी नहीं है जिससे मरीजों को काफी दिक्क्त का सामना करना पड़ता है।

करोड़ो रुपए सरकार दवरा खर्च करने के बाद प्रदेश के सबसे बड़े शसकीय अस्पताल में मरीजों की लगातार फजीहत होती हे न उन्हें इलाज ढंग से मिल पाता हे करोड़ो रु कायकल्प के नाम पर इन अस्पतालों मेंलगाए गए हे लेकिन फिर भी मरीजों को सुविधा के नाम पर कुछ नहीं मिल पाता है इस बारे में जब जिम्मेदारों से बात करना चाहि तो जिम्मेदार कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।