Mar 28, 2019
सचिन राठौड़- शहर के शिव नेत्रालय हॉस्पिटल में बुजुर्ग महिला की आँख के मोतियाबिंद आपरेशन के बाद परिजनों ने की शिकायत। कहा, आपरेशन के बाद चली गई आँख की रौशनी अब डॉक्टर नहीं दे रहे कोई जवाब, जबकि डॉक्टर का कहना है कि मोतियाबिंद पूरी तरह पक चुका था और ऑपरेशन के बाद भी रोशनी आने की संभावना ना के बराबर थी। जिसके संबंध में परिजनों को जानकारी दे दी गई थी। वहीं पैसे लेने के बाद भी कहा कि हमने गरीब अवस्था को देखते हुए निशुल्क ऑपरेशन किया था।
परिजन लगा रहे डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप
शहर के शिव नेत्रालय के डॉक्टर अशोक काग पर ग्रामीण बुजुर्ग महिला समोती बाई के परिजनों ने गलत आपरेशन का आरोप लगाते हुये कहा आँख का आपरेशन करवाने के बाद बुजुर्ग की आँखों की रौशनी चली गई। उसके बाद जब डॉक्टर को बताया तो उन्होंने कहा दवाई लेते रहो जल्द रौशनी वापस आ जायेगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं। जब परिजन फिर वापस गए तो डॉक्टर ने उनसे मिलने तक का समय नहीं दिया। इतना ही नहीं डॉक्टर ने बुजुर्ग का अगूँठा लगवाकर फ़ीस में लिए 13 हजार 500 भी वापस लौटा दिए। हालांकि इन आरोप पर डॉक्टर काग का कहना है कि आपरेशन से पूर्व ही परिजनों को बता दिया गया था कि मोतियाबिंद पूरी तरह पक चुका है और ऑपरेशन के बाद भी रोशनी आने की संभावना ना के बराबर है। इतना ही नहीं डॉक्टर का कहना है कि आपरेशन बगैर शुल्क के किया गया था। मोतियाबिन्द ज्यादा बड़ा होने के कारण आँख से दिखाई देना बन्द हुआ है, आरोप निराधार है। परिजन अब कलेक्टर और गृहमंत्री के पास शिकायत करने की बात कर रहे हैं।