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भावांतर भुगतान योजना के तहत फसल बेचने गए किसान को हुआ ब्रेन हेमरेज, हालत गंभीर

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Jun 1, 2018

ग्वालियर में भावांतर भुगतान योजना के तहत उपार्जन केंद्र पर सरसों की फसल बेचने गए किसान को ब्रेन हेमरेज हो गया। किसान की हालत नाजुक है और उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके बेटे का अारोप है कि केंद्र पर तैनात स्टाफ ने रिश्वत में 2 हजार रुपए की मांग की थी, न देने पर तौल नहीं की गई। इसलिए पिता को तनाव हुआ और उनकी ये हालत हो गई।

दरअसल घाटीगांव ब्लाॅक के ग्राम पाटई के पन्नालाल धाकड़ भावांतर भुगतान योजना में सरसों बेचने के लिए पंजीयन करवाया था। पन्ना लाल के बेटे के मुताबिक उऩकी 12 बीघा जमीन में 40 क्विंटल सरसों निकली। इसमें से 36.50 क्विंटल सरसों बेचने पिताजी पन्नालाल एक हजार रुपए भाड़ा देकर पाटई से 25 किमी दूर घाटीगांव कृषि उपार्जन केंद्र पर पहुंचे थे। लेकिन दो दिन तक सरसों नहीं तौली गई। शाम को कृषि उपार्जन केंद्र के कर्मचारी अंकित सिकरवार ने ताैल कराने के एवज में दो हजार रुपए मांगे, पिता ने 400 रुपए ही देने की बात कही। यह सुनकर सिकरवार ने तौल कराने से इनकार कर दिया इससे पिता को इतना तनाव हुआ कि उनके दिमाग की नस फट गई। सूचना मिलने पर मैंने वहां पहुंचकर 108 एंबुलेंस को कॉल किया और पिता को लेकर जेएएच पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने इलाज करने से ही मना कर दिया। मैंने उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं आनन-फानन में प्रशासन ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए है। 

साथ ही एडीएम शिवराज वर्मा का कहना है कि किसान को ब्रेन हेमरेज कैसे हुआ है, इसकी जांच की जा रही है। साथ ही सरसों की तुलाई में इतनी देरी इसलिए हो रही है, क्योंकि बारदाना खत्म हो गया है। जिसमें पश्चिम बंगाल से मंगाया गया है। वहीं किसान को ब्रेन हेमरेज की खबर लगते ही, इलाके के किसान नेता भी पहुंच गए है। वह इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे है। 

श्रीकृष्ण धाकड़, पन्ना लाल के बेटे का कहना है कि पिताजी पन्नालाल एक हजार रुपए भाड़ा देकर पाटई से 25 किमी दूर घाटीगांव कृषि उपार्जन केंद्र पर सरसों नहीं तौली गई। शाम को कृषि उपार्जन केंद्र के कर्मचारी अंकित सिकरवार ने ताैल कराने के एवज में दो हजार रुपए मांगे, पिता ने 400 रुपए ही देने की बात कही। यह सुनकर सिकरवार ने तौल कराने से इनकार कर दिया। इससे पिता को इतना तनाव हुआ कि उनके दिमाग की नस फट गई।

जेपी गुप्ता, न्यूरोलोजिस्ट, आयुष्मान नर्सिंग हॉम का कहना है कि किसान की हालत खराब है उसको ब्रेन हेमरेज हुआ है बीपी भी बढा हुआ है।
शिवराज सिंह वर्मा, एडीएम के मुताबिक किसान को ब्रेन हेमरेज कैसे हुआ है, इसकी जांच की जा रही है। साथ ही सरसों की तलुाई में इतनी देरी इसलिए हो रही है, क्योंकि बारदाना खत्म हो गया है। जिसमें पश्चिम बंगाल से मंगाया गया है।