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किसानों ने डेम निर्माण रोका कहा, पहले हो समस्याओं का हल तब होगा डेम निर्माण

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Jan 30, 2019

संजय नांदेव : आंवलिया उद्द्वन सिंचाई योजना के अंतर्गत प्रभावित होने वाले सैकड़ो किसान अपनी विभिन्न मांगों को अनदेखा करने का आरोप लगाते हुए निर्माण कार्य रूकवाने पहुँच गए।जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की समझाईश को दरकिनार करने पर एसडीएम ने केम्प लगाकार मौके पर निराकरण करने का आश्वासन दिया तब किसान माने।

बता दें कि खालवा ब्लॉक के ग्राम रोशनी के पास करीब ड़ेढ सौ करोड़ की लागत से आंवलिया उद्द्वन सिंचाई योजना के तहत बाँध का निर्माण किया जा रहा है। जिसमे 5 गाँव बाराकुंड,पिपल्या, भोजूढना रोशनी और आंवलिया की करीब 1 हजार एकड़ कृषि भूमि प्रभावित होगी। किसानों का आरोप है कि हमारी जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है किंतु विभाग और प्रशासन द्वारा हमारी समस्याओं पर ध्यान नही दिया जा रहा है।जिस दर पर हमें मुआवजा दिये जाने का नोटिस दिया गया है उस दर में आज जमीन उपलब्ध नही है।

जमीन अधिग्रहण के बाद हमारे परिवार के पास रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जायेगा।हमारे बच्चों को सरकार रोजगार दे। आदिवासी शिक्षित नही है उन्हें केम्प लगाकर भूमि अधिग्रहण के संबंध में व्यक्तिगत सही जानकारी दी जाये।बांध का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।किंतु अब तक किसानो को मुआवजा नही मिला। पैकेज की राशि एक मुस्त मिले। तरह के अनेक मांगो को लेकर किसानों ने बाँधबक निर्माण रोक दिया।।किसानों का कहना है कि यदि हमारी माँगो पर ध्यान नही दिया तो हम बांध का निर्माण नही होने देंगे।

किसानों द्वारा बांध निर्माण कार्य रोक दिए जाने की जानकारी लगने के बाद जल संसाधन विभाग के एसडीओ पी के गढ़वाल ने किसानों से चर्चा की और उन्हें आवश्यक दस्तावेज तत्काल जमा कराए जाने की बात कही किंतु किसान और अधिकारियों के बीच बहस चलती रही इसी बीच एसडीएम जगदीश मेहरा भी मौके पर पहुच गए और किसानों के लिए मौके पर ही केम्प लगाने और सभी लीगल आवश्यक दस्तावेज जमा कराने की समझाईश दी और उनकी हर संभव मदद का आश्वासन दिया तब कही जाकर किसान माने किंतु अब भी कई बिंदु है जिन्हें लेकर किसान पशोपेश में है।अब देखना होगा की किसानों की समस्याओं का स्थायी समाधान हो पाता है।