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राज्यपाल का ग्रामीणों से अनुरोध, कहा बेटियों की शिक्षा पर दें जोर!

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Feb 13, 2018

ग्वालियर : हाल ही में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सोमवार को ग्वालियर जिले के ग्राम अड़ूपुरा की शासकीय एवं प्राथमिक व माध्यमिक शाला तथा आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण करने पहुँचीं। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्र की किशोरी बालिकाओं से पढ़ाई के बारे में चर्चा की, तब उन्हें पता चला कि आगे पढ़ाई की इच्छा होने के बावजूद उनके अभिभावकों ने दूसरे गाँव में स्थित हाईस्कूल में दाखिला नहीं कराया है। 

बेटियां बेटों से कम नहीं
राज्यपाल ने लोगों से कहा कि आप सबसे निवेदन करने आई हूँ कि अपनी बेटियों को आठवीं कक्षा के बाद घर न बिठाएँ, उनका दाखिला अगली कक्षा में जरूर कराएँ। बेटियाँ पढ़ाई में बेटों से बिल्कुल भी कमतर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि गाँव की माध्यमिक शाला में आठवीं में पढ़ रहीं सभी बेटियों का प्रवेश नौवीं कक्षा में जरूर करायें। बेटियाँ पढ़-लिखकर गाँव, समाज व देश का नाम रोशन करेंगीं।

ग्रामीणों को किया प्रोत्साहित
राज्यपाल विद्यालय परिसर में बड़ी संख्या में एकत्रित ग्रामीणजनों से चर्चा करने पहुँच गईं। ग्रामीणों को बालिका शिक्षा के लिये प्रोत्साहित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि सरकार द्वारा दूसरे गाँव में पढ़ने जाने वाली बालिकाओं को नि:शुल्क साइकिल दी जाती है। साथ ही पाठ्य-पुस्तकें और छात्रवृत्ति इत्यादि की सुविधा भी सरकार दे रही है। इस सबके बावजूद यदि बेटियाँ पढ़ने से वंचित रह जाएँ तो यह समाज पर कलंक है। आनंदीबेन पटेल ने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि मैं 15 किलोमीटर दूर स्थित हाईस्कूल में अपने पिता की मदद से प्रति दिन पढ़ने जाती थी। 

आंगनबाडी केन्द्र का किया निरिक्षण
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अडूपुरा में संचालित आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र भी पहुँचीं और बच्चों, किशोरी बालिकाओं व धात्री माताओं से चर्चा की। उन्होंने कम वजन के बच्चे की माता श्रीमती अनीता, एक लाड़ली लक्ष्मी की माँ श्रीमती रानी व नौवीं कक्षा में पढ़ रही बालिका अंजलि से चर्चा कर पोषण आहार के बारे में जानकारी ली। उन्होंने आंगनबाड़ी को सजाने-संवारने व एम्फी थियेटर बनाने के लिये 50 हजार रूपए का सहयोग दिया है।

कुरीतियों से लड़ने के लिए सज्ज हो महिलाएं

आंगनबाड़ी केन्द्र में चर्चा के दौरान कुछ महिलाओं ने राज्यपाल से शिकायत की कि गाँव में कुछ लोग नशा करते हैं, जिससे माहौल ठीक नहीं रहता है। ऐसे परिवारों की महिलाओं को खासतौर पर परेशानी उठानी पड़ती है। राज्यपाल आनंदीबेन ने महिलाओं से कहा कुरीतियों के खात्मे के लिये महिलायें अपनी एक समिति बनाएँ और सामूहिक रूप से नशा व अन्य कुरीतियों का विरोध करें, इसमें प्रबुद्ध पुरूष वर्ग का भी उन्हें जरूर सहयोग मिलेगा।