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भोपालः मुख्यमंत्री कमल नाथ द्वारा "कर्मवीर के सौ साल" संदर्भ ग्रंथ का लोकार्पण

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Jan 30, 2020

मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि सप्रे संग्रहालय वह ऐतिहासिक स्थान है, जिसने न केवल समाचार-पत्र जगत का इतिहास समेट रखा है, बल्कि इसमें एक बेहतर पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित होने की सभी विशेषताएं मौजूद हैं। इसलिए इसे पर्यटन केन्द्र के रूप में भी विकसित किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री कमल नाथ सुप्रसिद्ध राष्ट्रकवि स्वतंत्रता एवं संग्राम सेनानी पंडित माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा संपादित कर्मवीर पत्रिका के 100 वर्ष पूरे होने पर आयोजित संगोष्ठी के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कर्मवीर के सौ साल 'संदर्भ ग्रंथ' का लोकार्पण किया। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने पंडित माखनलाल चतुर्वेदी की पुण्य-तिथि पर उनके चित्र पर मार्ल्यापण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

महात्मा गाँधी, एक विचारधारा है

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संयोग है कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी और राष्ट्र कवि पंडित माखनलाल चतुर्वेदी की पुण्य-तिथि एक ही दिन है। उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी एक विचारधारा है, जो पूरी दुनिया को एक बेहतर राष्ट्र बनने और अपने नागरिकों को सुख-शांति का जीवन उपलब्ध करवाने का मार्ग बताती है। उन्होंने कहा कि सत्य, अहिंसा के रास्ते से उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी साम्राज्यवादी ताकत को भारत छोड़ने पर मजबूर किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रकवि माखनलाल जी ने अपनी पैनी कलम और राष्ट्रीयता से ओतप्रोत कविताओं के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम में एक नया जोश पैदा किया। वे हमारे प्रदेश की शान और गौरव थे।

सप्रे संग्रहालय की उपलब्धियाँ विश्व स्तरीय

मुख्यमंत्री कमल नाथ ने सप्रे संग्रहालय की उपलब्धियों को विश्व स्तरीय बताया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख सेनानी की भूमिका कर्मवीर पत्रिका ने निभाई। पंडित माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा संपादित कर्मवीर के प्रकाशन को निरंतर रखने का जो बीड़ा सप्रे संग्रहालय के संस्थापक विजयदत्त धर ने उठाया है, वह सराहनीय है। नई तकनीक से बिना जुड़े सप्रे संग्रहालय ने जिन ऐतिहासिक दस्तावेजों का संग्रह किया है, वह निश्चित ही भारतीय पत्रकारिता के क्षेत्र में बड़ा योगदान है। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि संग्रहालय का हमारे तथा अन्य प्रदेशों के शोधार्थी विद्यार्थियों ने जो लाभ उठाया है वह एक बड़ी उपलब्धि है।

जनसम्पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि संप्रे संग्रहालय के जरिए भारतीय समाचार-पत्र जगत के इतिहास को संग्रहित करके सहजने का जो कार्य किया गया है, उससे यह संस्थान पूरी दुनिया का उत्कृष्टतम संस्थान बन गया है। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक पत्रिका कर्मवीर के प्रकाशन को निरंतर रखने का प्रयास प्रशंसनीय है।