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नदी संरक्षण के लिए अनोखी पहल, 25 गांव के भ्रमण पर निकली संकल्प यात्रा

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Mar 13, 2020

छिन्दवाड़ाः सौसर क्षेत्र की जीवनदायनी कन्हान नदी का माफिया चीरहरण कर, रेत का अंधाधुंध खनन पर उतारू है। दूसरी और क्षेत्र के लोग भी कूड़ा करकट सहित, नदी के पीने योग्य पानी को किसी न किसी प्रकार से दूषित करने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे है। जिसके दुष्परिणाम प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से यहाँ के ग्रमीणों को भोगना पड़ रहा है। राष्ट्रसंत गाडगे बाबा के स्वछता व आध्यात्म के सिद्धांत को लेकर क्षेत्र के लोगो द्वारा लगभग नदी के किनारे से लगे लगभग 25 गांव में कन्हान परिक्रमा यात्रा का आयोजन किया गया है। जिसका एकमात्र उद्देश्य गांव गांव के लोगों को आध्यत्म के माध्यम से स्वच्छता के लिए स्वप्रेरित करना व क्षेत्र की जीवनदायिनी नदी कन्हान का संरक्षण करना है।

संकल्प यात्रा गांव-गांव जाकर कर रही ग्रामीणों को नदी के सरक्षंण के लिए जागृत

25 गांव के परिक्रमा पर निकली कन्हान परिक्रमा यात्रा में जनजागरण के माध्यम से गांव-गांव के लोगों को कूड़ा करकट नदी में डालने से रोकने, नदी परिसर के चारों ओर वृक्षारोपण करना, साथ ही नदी के प्राकृतिक रूप से छेड़छाड़ न करने व इसे स्वप्रेरणा नदी के सरक्षंण का संकल्प लेना है। वास्तविक स्थिति में नदी के स्वरूप को बिगाड़ने व अति दोहन के कारण न केवल नदी के स्वरूप में पतिवर्तन हुआ है, अपितु, क्षेत्र के लोगों को पीने के पानी की समस्या से तक जूझने की नौबत आ गई थी। ऐसी स्थिति फिर निर्मित ना हो, इसके लिए गांव-गांव के लोगों को आध्यात्म, धर्म संस्कृति के व राष्ट्रसंतों के विचारों के माध्यम से कन्हान नदी का संरक्षण का संकल्प दिलाया जा रहा है। जिसे क्षेत्र में अच्छा प्रतिसाद तो मिल ही रहा है, साथ ही लोगों में नदी के प्रति जागरुकता भी देखी जा रही है।