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16 नवंबर को तीन घंटे की हड़ताल पर रहेंगे ड़ॉक्टर

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Nov 15, 2016

भोपाल। इंडिया मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रव्यापी आव्हान पर प्रदेश के एलौपैथी डॉक्टर्स अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर कल बुधवार यानि 16 नवंबर को तीन घंटे अपनी सेवाएं बंद रखेंगे। यह जानकारी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मध्यप्रदेश के अध्यक्ष डॉ. पीएस चंदेल ने आज मंगलवार को आयोजित एक पत्रकार वार्ता में दी। डॉ. चंदेल का कहना है कि सत्याग्रह की प्रमुख मांग नेशनल मेडिकल कमीशन को समाप्त कर चिकित्सकों की व्यवसायिक स्वायत्तता के साथ एमसीआई को पुन: संशोधित स्वरूप में स्थापित किया जाना है। इसके अलावा अन्य मांगों में कन्जयूमर प्रोटेक्शन एक्ट में मुआवजा राशि की सीमा तय करने, क्लीनिकल एशटेबलिशमेंट एक्ट में बदलाव के जरिए लायसेंस राज समाप्त कर एक ही चिकित्सक द्वारा संचालित विभिन्न क्लीनिकों की सुरक्षा के लिए केन्द्रीय कानून बनाया जाए, गैर एलोपैथी चिकित्सकों की एलोपैथी चिकित्सा पर सख्ती से रोक लगाने के लिए ठोस कानून बनाया जाए हैं।

डॉ. पीएस चंदेल ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि कल बुधवार को आयोजित होने वाले एलौपथी डॉक्टरों के सत्याग्रह के दौरान निजी नर्सिंग होम, क्लीनिक्स में केवर इमरजेंसी सेवाएं ही जारी रहेंगी। वहीं शासकीय चिकित्सक, काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जाएंगे। डॉ. चंदेल का कहना है कि सत्याग्रही चिकित्सक, प्रदेश भर में जगह—जगह रैली निकालकर धरना देंगे एवं ज्ञापन सौपेंगे। एलोपैथी चिकित्सक केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तावति नेशनल मेडिकल कमीशन सहित विभिन्न नीतियों का विरोध करेंगे।

डॉ. पीएस चंदेल ने आगे बताया कि सत्याग्रह को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन समेत देश भर के सभी विभिन्न एलोपैथी चिकित्सक संगठनों का समर्थन प्राप्त है। यह सभी कल बुधवार को इस सत्याग्रह में शामिल होकर देश व्यापी धरना देंगे व इमरजेंसी सेवाओं को छोड़ सुबह ग्यारह बजे से दोपहर दो बजे अपनी सेवाएं स्थगित रखेंगे। डॉ. चदेल का कहना है कि राजधानी भोपाल में सत्याग्रही चिकित्सक सुबह ग्यारह बजे गांधी मेडिकल कालेज से रैली निकालकर संभागयुक्त कार्यालय पहुंचेंगे और वापस गांधी मेडिकल कालेज पहुंचकर धरना देंगे। धरना समाप्ति उपरांत प्रधानमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन स्थानीय सांसद आलोक संजर को सौंपा जाएगा। आंदोलन की यही रूपरेखा प्रदेश के अन्य जिलों में एवं संभागीय मुख्यालय में भी रहेगी।

डॉ. पीएस चंदेल ने बताया कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन विगत कई वर्षों से केन्द्र सरकार की प्रस्तावित नीति का विरोध कर रहा है। बीते 16 नवंबर को केन्द्र सरकार द्वारा संगठन की उक्त मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन मिलने के बाद आईएमए ने अपने आंदोलन को स्थगित कर दिया था, लेकिन साल भर गुजर जाने के बाद भी केन्द्र सरकार ने अब तक अपना वादा नहीं निभाया। इसके चलते एसोसिएशन ने कल बुधवार को प्रदेश व्यापी सत्याग्रह करने का निर्णय लिया है।