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सोहागपुरः तवा डैम में जान से खिलवाड़, जिला आपदा प्रबंधन सुरक्षाकर्मी सेल्फी लेने में मस्त

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Aug 16, 2019

देवेंद्र कुशवाहा- 3 वर्ष बाद तवा डैम के गेट 24 घंटे में भारी बारिश के चलते धीरे-धीरे खुलते रहे। 14 अगस्त को शाम 6 के लगभग 5 गेट खोले गए थे। रात्रि 1:30 बजे 9 गेट खोले गए। सुबह 5:30 बजे 11 गेट खोले गए। वहीं दोपहर में 12 गेट 4 फुट तक खोल दिए गए, जिससे नर्मदा सहित अन्य नदियों में भयंकर जल सैलाब पहुंच गया। तवा डैम में कुल तेरह गेट हैं जिनमें से 12 खोले गए थे। 15 अगस्त को शाम 4:00 बजे के बाद धीरे-धीरे गेटों को कम कर दिया गया। खबर दिखाए जाने तक पांच गेट खुले हैं, बाकी 8 गेट को बंद कर दिया है। 3 वर्ष में पहली बार तवा डैम के गेट खोले गए। जिसका नजारा देखने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक सुहागपुर, बाबई, बागड़ा सहित इटारसी, भोपाल, होशंगाबाद, सुख तवा, सिवनी मालवा सहित अन्य स्थानों से पहुंचे, परंतु यहां कई पर्यटक अपनी जान से खिलवाड़ करते दिखाई दिए। हजारों की संख्या में पर्यटक डैम का नजारा देखने पहुंचे पर स्थानीय पुलिस वहां दिखाई नहीं दी। यही नहीं महिला पुलिस अधिकारी भी डैम के किनारे सेल्फी और फोटो खिंचवाती नजर आईं।

हजारों पर्यटक पहुंचे गेट खुलने का नजारा देखने, पुलिस रही नदारद सुरक्षा से खिलवाड़

नागरिक अपने छोटे-छोटे बच्चे डेम के किनारे ले जाकर पानी से खिलवाड़ कर रहे थे जबकि अन्य पर्यटक सेल्फी लेने के चक्कर में अपनी जान जोखिम में डाल रहे थे। डैम के सामने दोनों और लगी फिसलन भरी चट्टानों पर नागरिक अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ सेल्फी लेकर अपनी जान से खिलवाड़ करते रहे। जरा सा पैर फिसलने पर सीधे तेज बहाव में गिर सकते थे, पर सबको इस नजारे को अपने मोबाइल में कैद करने की धुन सवार थी। वहीं जिला आपदा प्रबंधन के सुरक्षाकर्मी नागरिकों को खतरे की जगह से हटाने के बजाय स्वयं ही सेल्फी और फोटो खिंचवाने में मस्त रहे। डैम अभी भी खुले हुए हैं और लोग किनारे पर नहा भी रहे हैं। कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है। नागरिक 15 अगस्त का झंडा वंदन करने एवं रक्षाबंधन पर्व मनाने के बाद दोपहर 2:00 बजे के बाद भारी संख्या में पहुंचे थे। देर रात तक पर्यटकों तांता लगा रहा। जोरदार बरसात का दौर जारी है और डैम का पानी छोड़े जाने के बाद निचली बस्तियों में खतरा बढ़ रहा है। लोग यहां डेम किनारे जानबूझकर जान जोखिम में डाल रहे हैं। यदि गेट कल भी खुले रहे तो काजलियों की छुट्टी के चलते भारी भीड़ होगी और सभी पर्यटक सुरक्षा न होने के कारण खतरा मोल लेते दिखाई देंगे।