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अब वृद्धजनों का जीवन सुरक्षित करेगा म.प्र. : मंत्री श्री भार्गव

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Jan 24, 2018

भोपाल : प्रशासन अकादमी में सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने आज 'जरा अवस्था' विषय पर आयोजित राज्यस्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते हुये कहा कि वृद्धजनों की जीविका के लिए मध्यप्रदेश श्रेष्ठ राज्य बनेगा। उन्होंने कहा कि वृद्धजनों की सेवा के लिए भोपाल में 15 करोड़ रूपये की लागत से वृद्धाश्रम निर्मित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में वृद्धाश्रम बनाने के लिए रोड मेप तैयार किया जा रहा है। श्री भार्गव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कानून पारित कर वृद्धजनों का जीवन सुरक्षित करने का कारगर प्रयास किया गया है। इस कानून में यह प्रावधान है कि जो लोग माँ-बाप की सेवा नहीं करते हैं और उन्हें अपने घरों से पृथक कर देते हैं, ऐसे शासकीय, अशासकीय और शासन से अनुदान प्राप्त संस्थाओं में कार्यरत कर्मचारियों के वेतन से प्रतिमाह 10 हजार रूपये की कटौती कर वृद्ध माता-पिता को जीविकोपार्जन के लिए दिये जायेगें। उन्होंने भारतीय संस्कृति में श्रवण कुमार की कथा का उल्लेख करते हुए कहा कि माता-पिता की सेवा के लिये इस कथा से हमको सबक लेना चाहिये। उन्होंने राज्यस्तरीय कार्यशाला की सराहना करते हुए कहा कि जिला स्तर पर वृद्धाश्रमों में भी ऐसी कार्यशालायें की जायें। कार्यशाला में प्रमुख सचिव सह आयुक्त श्री अशोक शाह ने जरा अवस्था में वृद्धजनों को स्वस्थ एवं समर्थ बनाने के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस काम में एनजीओ और डॉक्टर की महत्वपूर्ण भूमिका है। जरारोग विभागाध्यक्ष डॉ ए.बी.डे ने जैत्रिक स्वास्थ्य समस्या के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी। उप संचालक दिल्ली हेल्पेज इंडिया श्री प्रेम पोद्दार ने बुजुर्गों के साथ हो रहे दुव्यवहार, शारीरिक और मनोवैज्ञानिक व्यवहार के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर मध्यप्रदेश प्रमुख श्रीमती संस्कृति गौर खरे, जैत्रिक ईकाई डॉ. सुनीता तोमर सहित वृद्धजनों के क्षेत्र में कार्यरत एनजीओ, डॉक्टर एवं विभिन्न जिलों से पधारे सामाजिक न्याय के अधिकारी उपस्थित थे।