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राजगढ़ः जिला अस्पताल में हाल बेहाल डायलिसिस कराने के लिए परेशान होते मरीज

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Oct 20, 2019

राजेन्द्र शर्मा - मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के जिला अस्पताल के हाल बहुत ही खराब है। जहां एक तरफ जिला अस्पताल में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, वहीं जिला अस्पताल में डायलिसिस की मशीन भी खराब है। जहां जिला अस्पताल में जिले के मरीज अपना डायलिसिस करवाने जिला अस्पताल आते हैं, परंतु यहां पर आकर उन्हें निराशा ही हाथ लगती है, क्योंकि यहां पर दो मशीनों में से एक मशीन खराब है। जिसकी वजह से उनका नंबर काफी देरी से आता है और वे लगातार इससे परेशान होते रहते हैं। वहीं कुछ मरीजों को डायलिसिस के लिए जिले से लगभग 180 किलोमीटर दूर इंदौर या भोपाल जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है।

रिपेरिंग कंपनी को पिछले दो साल से नहीं मिला है पेमेंट

जिला अस्पताल में डायलिसिस के लिए दो मशीनें रखी हुई हैं और वह लगातार सुचारू रूप से कार्य कर रही थी। परंतु 26 अगस्त को एक मशीन नमी के कारण खराब हो गई। जब मशीन के ना सुधारे जाने के पीछे का कारण पता लगाया गया तो पता लगा कि जिला चिकित्सा प्रशासन ने, जो प्राइवेट कंपनी डायलिसिस मशीन के सुचारू रूप से चालू रखने के लिए कार्य करती है, उसका पेमेंट पिछले 2 साल से नहीं किया गया है। इसकी वजह से उन्होंने डायलिसिस की मशीन को सही करने से मना कर दिया। जिला चिकित्सालय की इस लापरवाही की वजह से लगातार मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है और मरीजों को बड़े शहरों में डायलिसिस करवाने जाना पड़ रहा है। जहां उनको जिला चिकित्सालय में सुविधा मुफ्त में उपलब्ध होती है, वहीं बड़े शहरों में भारी फीस देकर डायलिसिस करवाने को मजबूर होना पड़ रहा है।

अस्पताल की खस्ताहाल से पानी टपकने के कारण मशीन खराब

कंपनी के द्वारा डायलिसिस कराने वाले नरेंद्र राजपूत ने बताया कि यह मशीन पिछले 26 अगस्त से बंद पड़ी है। जब हमने इस बारे में कंपनी से बात की तो उन्होंने बताया कि कंपनी को पिछले 2 साल से पेमेंट नहीं मिला है, जिसकी वजह से हम इंजीनियर को मशीन सुधारने के लिए नहीं भेज पा रहे हैं। वहीं इस बारे में हमने सिविल सर्जन डॉ. झा को भी बताया है। जब उनसे पूछा गया कि एक डायलिसिस करने में कितना समय लगता है तो उन्होंने बताया कि लगभग 3 से 4 घंटे एक पेशेंट पर लगता है और हफ्ते में एक मरीज को दो बार डायलिसिस करवाना पड़ता है। उनके द्वारा मिली जानकारी के अनुसार उस वक्त तक सात पेशेंट वेटिंग में थे और यह संख्या कुछ दिनों से बहुत अधिक रहती है जिसकी वजह से मरीजों को लगातार परेशान होना पड़ता है। वहीं उनसे जब पूछा गया कि मशीन किस वजह से खराब हुई थी तो उन्होंने भी अस्पताल की छत से टपकते हुए पानी को वजह बताते हुए बताया कि छत से जो पानी टपकता है उसके वजह से मशीन में नमी आ गई, जिसके कारण वह खराब हुई है। यह जानकारी यह बताती है कि अस्पताल की बिल्डिंग काफी खस्ता हालत में है।