Apr 1, 2019
अरविन्द दुबे- लोकायुक्त पुलिस ने एक बडी कार्यवाही करते हुये दो पटवारी और एक कोटवार को एक किसान से रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों गिरफ़्तार किया है। सोमवार की दोपहर को की गयी इस कार्यवाही से जबरद्स्त हडकंप मच गया। पनागर थाना क्षेत्र में रहने वाले किसान बेनी प्रसाद कुशवाहा अपनी जमीन का सीमांकन टोटल( टीसीएम) मशीन से कराना चाह्ते थे। इसके लिये उन्होंने पनागर के पटवारी प्रवेंद्र सेंधराम और देवेण्द्र खरे से सम्पर्क किया। इन दोनों पटवारियों ने बेनी प्रसाद को कोटवार अशोक से संपर्क करने के लिये कहा। बेनी प्रसाद जब कोटवार अशोक से मिले, तब कोटवार ने बताया कि टोटल मशीन से जमीन का सीमांकन करने के लिये पंद्रह हजार रुपये की रिश्वत देनी होगी जो कि दोनों पटवारियों को बांट दी जायेगी।
लोकायुक्त पुलिस ने जाल बिछा कर रिश्वतखोरों को पकड़ा
इस बात से परेशान किसान बेनी प्रसाद ने लोकायुक्त पुलिस से संपर्क किया। लोकायुक्त पुलिस ने सबसे पहले दोनों पटवारियों और किसान के बीच रिश्वत के संबंध में हुयी बातचीत को रिकार्ड किया। इसके बाद अपना जाल बिछाया और तय योजना के तह्त 6 हजार रुपये लेकर सबसे पहले प्रवेंद्र सेंधराम के पास भेजा। जैसे ही प्रवेंद्र ने रिश्वत की रकम ली, वैसे ही मौके पर मौजूद लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवडे और उनकी टीम ने पटवारी को दबोच लिया। इसके बाद किसान को दूसरे पटवारी देवेंद्र खरे के निवास पर रकम देने भेजा। वहां पर भी लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी देवेंद्र खरे को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों पकडा। लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में बिचौलिये की भूमिका निभाने वाले कोटवार अशोक को भी गिरफ़्तार किया है। लोकायुक्त पुलिस की इस कार्यवाही से राजस्व विभाग में हडकंप की स्थिति बनी रही।