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जल आवर्धन योजना की पाइपलाइन चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट, टेस्टिंग में हुई फेल तो पुरानी लाईन से हुआ सप्लाई शुरू

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Jan 24, 2019

राजेश लक्षकार - नगर को फिल्टर पानी पिलाने की प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री जल आवर्धन योजना के तहत डाली गई पाइपलाइन टेस्टिंग में फेल हो गई है लगभग 5 करोड़ 49 लाख की लागत से बने इस प्लांट में पूरे नगर की सड़को को खोदकर नई पाइपलाइन बिछाई गई थी योजना के तहत डाली गई पाईप लाईन शुरू से ही विवादों के घेरे में रही है जिसकी लगातार शिकायते की जाती रही है, मगर नगरीय प्रशासन के अधिकारी और नगर परिषद के अध्यक्ष ने ठेकेदार द्वारा की जा रही लापरवाही पर  कोई ध्यान नहीं दिया जिसके परिणाम स्वरूप ठेकेदार अपनी मनमानी करता रहा।

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी योजना

नगर पंचायत अध्यक्ष सिमा राजोरा और सीएमओ की मिलीभगत से नगर की इस महत्वकांक्षी और करोड़ों रुपये की योजना पर ग्रहण लग गया 13 महीने पहले इस अधूरे फिल्टर प्लांट का लोकार्पण कर दिया गया था जिसकी अनियमितता और लापरवाही को स्वराज एक्सप्रेस ने पहले भी उजागर किया था बता दे कि इस महत्वकांक्षी योजना को जीरन में लाने और इसके बेहतर क्रियान्वयन का यशोगान कर नगर परिषद अध्यक्ष सिमा राजोरा ने इसे अपनी मेहनत का फल बताया था। लेकिन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी इस योजना ने शासन के करोड़ों रुपए को जमीन में दफन कर दिया है।

आजतक पाइपलाइन नही डाली जा सकी

ठेकेदार द्वारा कम गहराई पर पाइपलाइन डालने का मामला हो या गलत जगह पाइपलाइन डालने का मामला हर बात को लेकर नगरवासियों ने पहले भी सीएम हेल्पलाइन पर कई बार शिकायत की यहां तक कि उच्च अधिकारीयो को भी अवगत करवाया लेकिन किसी भी अधिकारी ने इन शिकायत पर ध्यान नही दिया इधर लोकार्पण के बाद भी नगर के मुख्य मार्ग नीमच रोड पर तो आजतक पाइपलाइन नही डाली जा सकी।

मंगलवार से की गई पानी सप्लाई की शुरूआत

योजना के तहत एक ही समय मे पूरे कस्बे को एक साथ जल वितरण करने की योजना थी लेकिन पुरानी पाइपलाइन के सहारे ही फिल्टर प्लांट का पानी सप्लाई करने की शुरूआत मंगलवार से कर दी गई जिसके बाद इस सारे मामले की जानकारी सामने आई कि नई पाइप लाइन के बजाय पुरानी पाइपलाइन से ही पानी सप्लाई किया जाएगा। इधर अधिकारी नई पाइपलाइन के फैल होने की बात से इंकार कर रहे है।